खनियाधाना। अमर शहीद रामफल मंडल का शहादत दिवस मनाया गया। इस अवसर पर खनियांधाना में स्थित अंबेडकर भवन से बाहन रैली पिछोर तक निकाली गई। पिछोर बिजासन धर्मशाला में उपस्थित लोगों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाज के वरिष्ठ जनो ने बताया है कि आजादी के आंदोलन में बिहार की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। बंगाल विभाजन के बाद अखंड बिहार के पहला शहीद रामफल मंडल थे, जिन्हें अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी पर चढ़ाया था। अमर शहीद रामफल मंडल को 23 अगस्त 1943 की सुबह भागलपुर केंद्रीय जेल में 19 वर्ष की आयु में फांसी दी गई थी। उनके शहादत को देश के वीरों ने बेकार नहीं जाने दिया। मौके पर खनियांधाना, पिछोर सहित बंशकार सैकड़ों लोग उपस्थित थे।