सिंगोली। मध्यप्रदेश के हरदा स्थित फटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के बाद सिंगोली क्षेत्र में भी प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया है। गुरुवार देर रात विस्फोटक संबंधी गोदामों की जांच के दौरान अनियमितताएं पाए जाने पर पांच भंडारण केंद्रों को सील करने के साथ ही उनके लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही भी की जा रही है।
गुरुवार देर रात मिली जानकारी के मुताबिक सिंगोली तहसीलदार राजेश सोनी एक दिन पूर्व राजस्व अमले के साथ ग्राम अथवा, फुसरिया, जराड़, और बड़ी स्थित विस्फोटक गोदामों का निरीक्षण करने गए थे, लेकिन गोदाम बंद होने के साथ ही मालिक भी मौके पर नही मिले। ऐसी स्थिति में गुरुवार रात को वे एक फिर मैगजीन गोदामों का निरीक्षण करने निकले।
इस दौरान ग्राम फुसरिया स्थित शिव शंकर मैगजीन, श्री बालाजी मैगजीन और आरके इंटरप्राइजेज, ग्राम बड़ी स्थित कालिका इंटरप्राइजेज और ग्राम जराड़ स्थित राजन एंड इंटरप्राइजेज में कई तरह की अनियमितता पाए जाने तथा स्टॉक रजिस्टर और गोदाम में रखी विस्फोटक सामग्री में अंतर पाए जाने पर सभी गोदाम को सील कर दिया गया है।
तहसीलदार सोनी ने बताया कि बुधवार को गौदाम बंद होने से गौदाम मालिक को गुरुवार को गौदाम पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए थे। गुरुवार रात जांच के बाद मिली अनियमितताओं के चलते उपरोक्त सभी मैगजीन्स को सील कर दिया गया है। अब उनके स्टॉक लाईसेंस को निरस्त करने की कार्यवाही की जा रही है।
बता दें कि क्षैत्र में लंबे समय से विस्फोटक सामग्री विक्रय हेतु पांच मैगजीन्स संचालित किए जा रहे है, लेकिन सवाल यह उठता है कि इन मैगजीन्स से विस्फोटक सामग्री की खपत कहां की जा रही है? जबकि खनिज विभाग के मुताबिक क्षेत्र में तीन क्रेशर के अलावा फिलहाल कोई माइंस संचालित नहीं है। इस मामले में लंबे समय से अधिकारियों को शिकायतें मिल रही थी।
गुरुवार रात जांच के दौरान तहसीलदार सोनी के साथ प्रभारी राजस्व निरीक्षक बालकिशन धाकड़ और मोजा पटवारी आदि उपस्थित रहे।