नीमच। नीमच-कोटा-सिंगोली रेल लाइन का असली श्रेय पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन को मिलना चाहिए। उक्त रेल लाइन सर्वे राशि स्वीकृत करवाने की प्रथम नींव ही पूर्व सांसद मिनाक्षी नटराजन ने रखी थी और आज 10 साल बाद भी सर्वे कें पायदान से आगे नहीं बढ़ी। न जिम्मेदार तीनों क्षेत्रीय सांसद सर्वे से आगे न फ़ाइल आगे बढ़ पाई। 5 करोड़ रुपये सर्वे राशी स्वीकृति पत्र जारी करवाने में तीनों सांसदो को 10 साल लग गए, जिसमें एक तो लोकसभा सदन के अध्यक्ष जी है और एक ट्रिपल अवार्डधारी है और एक सत्तापक्ष के प्रदेश अध्यक्ष है। सर्वे राशी पूर्व में स्वीकृत हो चुकीं है तो फिर 5 करोड़ रुपये सर्वे राशि जारी करवाने में 10 साल लगते है क्या। तीनो क्षेत्रीय सांसदो से जनता को सवाल करना चाहिए कि सिर्फ 5 करोड़ रुपये रेल सर्वे राशि पत्र जारी करवाने में तीनां सांसदों को 10 साल लग गए। यह मांग कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने उठाई है।
कांग्रेस पदाधिकारियों ने विज्ञप्ति जानकारी कर बताया कि अभी तो 10 सालो में सांसदों के अथक प्रयासों से सिर्फ 5 करोड़ की सर्वे राशी का पत्र जारी हुआ है। रेल लाइन स्वीकृत नहीं की गई है।अभी इस रूट पर सिर्फ सर्वे होगा। रेल लाइन डाली जाएगी या नहीं इसकी कहीं कोई गारंटी नहीं है।