नर्मदापुरम। आज बुधवार को वैशाख अमावस्या (सत्तू अमावस्या) देशभर में मनाई जा रही है। नर्मदापुरम प्राचीन सेठानी घाट समेत जिलेभर के घाटों पर हजारों श्रद्धालु ने पतित पावनी मां नर्मदा में स्नान किया और सत्तू का दान कर पुण्य लाभ लिया। अलसुबह 5 बजे से स्नान का सिलसिला शुरू हुआ। शाम तक स्नान करने का दौर चलता रहेगा। नर्मदापुरम समेत इटारसी, भोपाल, विदिशा, रायसेन, बैतूल सहित दूरदराज क्षेत्रों से आए हजारों श्रद्धालु नर्मदा नदी में स्नान कर ने पहुंचे है। प्राचीन सेठानी घाट, कोरी घाट, पर्यटन घाट, विवेकानंद घाट, बांद्राबांध घाट, सांडिया घाट, बाबरी घाट, आवली घाट सहित सभी घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। नर्मदा नदी में स्नान कर पूजा-पाठ की जा रही है। इस अमावस्या पर सत्तू दान करने का महत्व है। जिसके चलते श्रद्धालु भी नर्मदा तट पर सत्तू का दान कर रहे हैं।
सत्तू का दान कर किया सेवन
चने की दाल, गेहूं और जौ तीन वस्तुओं को मिलाकर बनने वाले सत्तू का सत्तू अमावस्या पर विशेष महत्व होता है। चने की दाल गेहूं और जौ इन तीन प्रकार के धान की सिकाई कर पत्थर की घट्टी या चक्की में पीसकर खाद्य पदार्थ सत्तू तैयार किया जाता है। जिसे गुड़ या शकर के पानी में मिलाकर स्वाद अनुसार लोग खाते हैं।