चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ जिले के विभिन्न थानान्तर्गत विगत एक माह के दौरान पांच लावारिस शवों की शिनाख्ती नहीं होने पर शिवसेना की ओर से हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ सदर थानान्तर्गत एक वृद्ध को बीमार होने पर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहाँ उसकी उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। इसी थानान्तर्गत सड़क दुर्घटना में एक अज्ञात महिला की मृत्यु हो गई। जीआरपी चित्तौड़गढ़ थानान्तर्गत भीख मांग कर अपना गुजर बसर करने वाले एक साधु की रेलवे स्टेशन क्षेत्र में अकाल मौत हो गई। जीआरपी निम्बाहेड़ा थानान्तर्गत करंट की चपेट में आने से उदयपुर रेफर किये गये एक युवक की दौराने इलाज मृत्यु हो गई। सभी शवों की शिनाख्ती के प्रयास किये गये किन्तु सफलता नहीं मिलने पर पोस्टमार्टम करा शिवसेना जिला प्रमुख गोपाल वेद को सुपुर्द किया गया जिसका शहर स्थित मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया।
वहीं जिले के पारसोली थानान्तर्गत एक दलित महिला का शव ओराई बांध में तैरता हुआ मिला। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। प्रारंभ में शव को अज्ञात माना गया। बाद में पुलिस जांच पड़ताल में महिला के एक हाथ पर सोनू भील लिखा हुआ पाया गया जिस पर शिनाख्त हुई किन्तु परिवारजनों के दलित एवं गरीब होने से उसका दाह संस्कार करने में असमर्थता जताई गई। अंतिम संस्कार का बीड़ा शिवसेना प्रमुख गोपाल वेद ने उठाया और सिटी मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया।
इस दौरान कन्हैयालाल देवपुरा, भारत विकास परिषद अध्यक्ष महेश नवाल, सचिव बृजेश मोदानी, इनरव्हील क्लब की ऋतु भोजवानी, मार्बल उद्यमी अनुराग जिंदल, पार्षद अनिल ईनाणी, मातेश्वरी गो कृपा के पुष्कर नराणिया, हेमंत भट्ट, शिवलाल माली, मनीष धोबी, महेश रावत, किशन ओड़, इस्माइल शर्मा, कालू मीणा आदि मौजूद रहे।