मनासा। श्रीनाथ आश्रम करवा खेड़ी के महंत सदगुरु बालयोगी प्रकाशनाथ महाराज के सान्निध्य में मनासा नगर में एक दिवसीय भव्य प्रेम जल एवं सत्संग समारोह का आयोजन संपन्न हुआ। आयोजन में बड़ी संख्या में गुरुभक्तों और संतों ने भाग लेकर गुरु प्रेमजल और आध्यात्मिक ऊर्जा का लाभ लिया। इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन मनासा निवासी गुरुभक्त श्रीमती शांति बाई बारसा द्वारा उनके पति स्व. रमेशचंद बारसा की पुण्य स्मृति में किया गया। आयोजन में आस-पास के क्षेत्रों के साथ ही दूर-दराज से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए। इससे पूर्व, श्रद्धेय गुरुभक्त द्वारा तीन दिवसीय “नानी बाई का मायरा” कथा का आयोजन भी श्रद्धा और भक्ति भाव से किया गया।
करवा खेड़ी ताल पर सत्संग, संत समागम और गुरु वाणी का प्रभाव-
करवा खेड़ी ताल परिसर में आयोजित प्रेम जल समारोह में महंत बालयोगी प्रकाशनाथ महाराज ने श्रद्धालुओं को सत्संग, सद्मार्ग और गुरु वाणी का संदेश दिया। उन्होंने कहा सत्य के मार्ग पर चलकर, सांसारिक दायित्वों का निर्वहन करना ही मानव जीवन की सार्थकता है। जब व्यक्ति परमार्थ भाव से आत्मा का कल्याण करता है, तभी वह परमात्मा की ओर अग्रसर होता है। यही मनुष्य जीवन की श्रेष्ठता है।
संतों व अतिथियों का आत्मीय स्वागत-
समारोह की शुरुआत बलवंतराव, राजेंद्र राव, सुरेश राव, धनराज प्रजापति, राजेंद्र कुमावत, देवीलाल प्रजापति, और नगजीराम प्रजापति द्वारा संतों व अतिथियों के स्वागत से हुई। कार्यक्रम का कुशल संचालन जयंत उपाध्याय (शामगढ़) ने किया। इस अवसर पर योगी ज्ञाननाथ, योगी संतोषनाथ, योगी राजनाथ, योगी बालकनाथ, योगी चेतननाथ, योगी लालूनाथ, योगी रूपनाथ, योगी विश्वासनाथ, योगी दीपकनाथ एवं योगिनी चेतन नाथ (वीरियाखेड़ी) सहित कई संतों का आत्मीय स्वागत कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया गया।
गुरु महिमा पर विशेष उद्बोधन-
अपने संबोधन में महंत योगी प्रकाशनाथ जी ने गुरु महिमा का बखान करते हुए कहा कि गुरु के मार्गदर्शन में चलकर ही जीवन में सच्चा कल्याण संभव है। सांसारिक जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए आत्मिक उत्थान की दिशा में आगे बढ़ना ही सच्ची साधना है। इस प्रकार श्रद्धा, भक्ति और सत्संग से ओतप्रोत यह आयोजन गुरु भक्ति की प्रेरणादायी छाया में सम्पन्न हुआ, जिसने उपस्थित जनसमूह को आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता से सराबोर कर दिया।