उज्जैन। देशभर में 9 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। इसी भाव के साथ उज्जैन के प्रसिद्ध बड़े गणेश मंदिर में भगवान गणेश को भाई मानने वाली बहनों ने देश-विदेश से राखियां भेजी हैं।
ज्योतिषाचार्य पंडित आनंद शंकर व्यास ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी भारत के अलग-अलग शहरों से लेकर अमेरिका, सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों से भी भगवान गणेश के लिए राखियां भेजी गई हैं। हालांकि कुछ राखियां समय पर नहीं पहुंच सकीं, लेकिन देश के कई हिस्सों से आई राखियां उज्जैन में प्राप्त हो चुकी हैं। ये सभी राखियां पंडित व्यास के घर पहुंचाई गई हैं।
महाकाल मंदिर के समीप स्थित 15 फीट ऊंची भगवान गणेश की प्रतिमा को श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। इसे ‘बड़े गणेश’ के नाम से जाना जाता है। पंडित व्यास ने बताया कि भक्त भगवान शिव को पिता और देवी पार्वती को माता मानते हैं और इसी मान्यता के तहत कई महिलाएं भगवान गणेश को अपना भाई मानती हैं।
सोने की गिन्नी लगी राखी आकर्षण का केंद्र
मुंबई निवासी राजकुमारी जैन द्वारा भेजी गई सोने की गिन्नी लगी राखी विशेष आकर्षण का केंद्र रही, जिसे हर साल रक्षाबंधन पर भगवान गणेश को अर्पित किया जाता है। भगवान गणेश के साथ-साथ रिद्धि और सिद्धि को भी राखियां बांधी जाती हैं।
इस साल बेंगलुरु, मुंबई, इंदौर, भोपाल और जयपुर से बहनों ने राखियां भेजी हैं। वहीं विदेश से भेजी गई कुछ राखियां डाक व्यवस्था के कारण विलंब से पहुंच रही हैं।
पंडित आनंद शंकर व्यास ने बताया कि रक्षाबंधन पर सभी राखियां विधिवत पूजा-अर्चना कर भगवान गणेश को अर्पित की जाएंगी। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और हर साल बहनों की आस्था के साथ यह आयोजन और भी भव्य रूप लेता जा रहा है।