नीमच। आज के भागदौड़ भरे जीवन में तनाव, दुख और चिंताएँ युवाओं के जीवन का अभिन्न अंग बन गए हैं। इन्हीं चुनौतियों का सामना करने के लिए श्री सीताराम जाजू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक दिवसीय समग्र स्वास्थ्य एवं ध्यान कार्यशाला का आयोजन किया गया। हॉलिस्टिक हेल्थ डेवलपमेंट कार्यशाला का उद्देश्य छात्राओं को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से सशक्त बनाना था। कार्यशाला का संचालन अमृता यूनिवर्सिटी यूथ एंपावरमेंट केरल के विशेषज्ञ नरेंद्र आनंद और श्वेता आनंद ने किया। उन्होंने छात्राओं को बताया कि शरीर और मन की एकाग्रता से जीवन की कई समस्याओं को हल किया जा सकता है। उन्होंने कई सरल व्यायाम और ध्यान की प्रक्रियाएँ करवाईं, जिन्हें अपनाकर छात्राएं अपने जीवन को तनावमुक्त और शांत बना सकती हैं।
नरेंद्र आनंद ने कहा कि ध्यान केवल एक साधारण अभ्यास नहीं है, बल्कि एक आंतरिक विज्ञान है, जो हमें अपने विचारों को नियंत्रित करने और वर्तमान में जीने का तरीका सिखाता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नियमित ध्यान से आत्मविश्वास और आंतरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम मध्य प्रदेश के कई स्कूलों, कॉलेजों और सुरक्षा बलों में भी आयोजित किए जा रहे हैं। यह कार्यशाला मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे युवा सशक्तिकरण कार्यक्रम का हिस्सा थी। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की वंदना से हुई, जिसके बाद प्राचार्य डॉ. प्रतिभा कालानी ने अतिथियों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में छात्राओं और महाविद्यालय के स्टाफ ने बड़ी संख्या में उत्साहपूर्वक भाग लिया।