चित्तौड़गढ़। राजस्थान एनएचएम प्रबंधकीय संविदा कार्मिक संघ राजस्थान जयुपर की चित्तौडगढ शाखा ने कलेक्टर कार्यालय स्थित गांधी वाटिका में कैंडल मार्च निकालकर सरकार को संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के लिए चेताया आज राहुल जैन जिला अध्यक्ष एनएचएम संघ इकाई चित्तौड़ ने बताया की संविदा कार्मिको के साथ सरकार अन्याय कर रही है। सरकार के द्वारा नये संविदा सेवा रूल्स-2022 के नाम पर पुनः आगामी 5 वर्षाे तक संविदा पर रख नियमित पद सजृन के बाद कार्मिको को नियमित करने के नाम से प्रचारित कर रही है। नियमितीकरण का प्रचार कर संविदा कार्मिको को ठगा जा रहा है। सरकार अपने ने जन घोषणा पत्र वर्ष 2018 में वादा किया था कि संविदा कार्मिकों को स्थाई या नियमितीकरण का वादा किया गया था जो अब तक भी अधूरा है।
नए नियमों में विगत वर्षाे में संविदा कार्मिको के द्वारा किये गये कार्य के वर्षाे के अनुभव को शून्य कर दिया गया है। आकस्मिक अवकाश को भी घटाकर वार्षिक 25 से 12 कर दिए गए हैं, नए नियमों में नियमितीकरण का कही उल्लेख नही किया गया है और ना ही वार्षिक वेतन वृद्धि एवं पुरानी पेंशन योजना का कही हवाला है।
केंडल मार्च के माध्यम से सरकार को आहवान है कि संविदा मुक्ति दिला से नियमित करो अन्यथा महा आन्दोनल किया जावेगा। संविदा कार्मिको मे आक्रोश व्याप्त है, अल्पवेतन भोगी के साथ सरकार ने अन्याय किया है। शोषित पीडत समस्त सविदांकार्मिक ने पुर जोर मांग की है कि नियममितिकरण एवं सीआरएस रुल्स मे जो सविदां पद है उसको नियमित मानते हुए या सृजित कर सीधा या अनुभव (पाच वर्ष) जोडकर स्क्रीनिगं से नियमित किया जावे।
इस मौके पर इशरत जहां, जितेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह, नारायण लाल बुनकर, देवी लाल भील, राकेश शर्मा, खुशवन्त कुमार हिण्डोनिया, अनिल शर्मा, विवेक वैष्णव, अमित प्रजापत, शफीक ईकबाल शैख, तरुण सुखवाल, दिग्विजय सिंह नितेश जैन व अन्य संविदा कार्मिक उपस्थित रहै।