नीमच। लाल माटी के शहर नीमच को अफीम उत्पादन के बड़ें पैमाने को लेकर देश मे जाना जाता रहा है लेकिन यह नीमच देह व्यापार के लिए भी जाना जाता है। नीमच का बायपास हाईवे या नीमच शहर को भाटखेड़ा से जौड़ने वाला पुराना सड़क मार्ग खुले रुप से देह व्यापार के लिए मशहूर है। बायपास हाईवे पर जिस्मफरोशी का ये धंधा इतना हाईलाइट है कि इसकी चकाचौंध मे नीमच से कोटा रोड़ पर जिला मुख्यालय से महज दस किलोमीटर की दुरी पर नेवड़ गांव के समीप नीमच-सिंगोली-कोटा रोड़ पर सड़क के दोनों किनारों पर जिस्मफरोशी का धंधा देखते ही देखते इतना बड़ गया की कभी वंहा एक दो घर थे अब पुरी की पुरी एक बस्ती बस गई है।
सड़क किनारे सजी-धजी युवतियां आंखों मे काजल और होठों पर लाल सुर्ख लाली लगाएं आने जाने वालों को आंख का इशारा देकर जिस्मफरोशी का ऑफर करती है, वहीं यहां रहने वाले पुरुष महुआ की कच्ची शराब निकालने में मशहूर है। बल्कमात्रा मे यहां कच्ची शराब बनने की खबरें है। शासन का नशा मुक्ति अभियान नेवड़ के इस डेरे तक नहीं पहुंचा। यहां जिस्मफरोशी की नुमाइश के बदले ग्राहकों को निश्चित मात्रा मे रुपये देने पड़ते है। कई बार ग्राहक बिस्तर गर्म करने के चक्कर में लूट के शिकार हो जाते है।
नीमच-सिंगोली-कोटा मार्ग पर हालिया वर्षों में इन लोगों की एकदम तादाद बड़ गई। यहां पर अभी जो स्थिति बनी है वो जिला प्रशासन के लिए चिंता का विषय है। यहां सड़क किनारे घरों के बाहर बड़ी संख्या मे छोटे-छोटे बच्चे जिनमें अधिकतर बच्चियां नजर आती है। बायपास हाईवे किनारे पर कई बार नीमच पुलिस ने रेड डालकर जिस्मफरोशी में लिप्त युवतियों और युवकों को कानून का डंडा दिखाया मगर नेवड़ के समीप डेरे की तरफ भी अनेतिक देह व्यापार पर लगाम लगाने की जरूरत है तथा यहां कच्ची शराब की भट्टीयो पर भी कानून का डंडा चलना ही चाहिए।
ग्राम पंचायत नेवड़ के मुताबिक डेरों वाले एरीये को वार्ड क्रमांक एक माना गया है तथा यहां हाल ही में अचानक से जनसंख्या ग्रौथ हुई है। जिनमें अवयस्क बच्चों युवतियों और युवकों की संख्या लगभग ढैड़ सौ से दो सौ है। पंचायत भी चाहती है की यहां प्रशासनिक लेवल पर सर्जरी की जानी चाहिए। मतदाताओं की संख्या तो महज 70 या 80 ही है।
बड़ी तादात, तस्दीक़ कर कार्यवाही करेगें-
बीएस तंवर प्रभारी निरिक्षक सीटी थाना पुलिस नीमच ने बताया कि अनैतिक देह व्यापार पर कार्यवाई की जाती है। नेवड़ के समीप नीमच-कोटा सड़क किनारे डेरों में अवयस्क बच्चों-बच्चियों की बड़ी तादाद के मामले मे तस्दीक़ करवाई जावेगी। पुलिस समय समय दबिश देती है और आगे भी कार्यवाई जारी रहेगी।