नीमच। भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति राजस्थान, मध्यप्रदेश उत्तर प्रदेश के सभी किसान भाइयों से आवाहन किया जाता है कि आने वाली 4 दिसंबर 2022 को नीमच कृषि मंडी प्रांगण में हरगांव से हर जागरूक किसानों को आना चाहिए, जिनको सीपीएस पद्धति के अफीम पट्टे या लाइसेंस मिले हैं। उन लोगों को अपनी समस्याएं बयां करना है और आगे की रणनीति तैयार करना है, ताकि किसान इस अंग्रेजी हुकूमत से छुटकारा पा सकें। कंपनी एक्ट से छुटकारा पा सकें। क्योंकि अंग्रेजों ने भी कंपनी राज लाकर देश पर राज किया था और यह फिर कंपनी राज ला रहे हैं और इसमें किसानों की दुर्दशा होने वाली है।
कृषि उपज मंडी में दिल्ली कुच करने की और वहां हमारी सरकार को, प्रधानमंत्री को जो किसान हित में फैसले लेने वाले तीन कृषि कानून को रद्द कर दिया यह तो कुछ भी नहीं है सीपीएस पद्धति को भी हमारे प्रधानमंत्री किसान हित में जरूर वापस करवाएंगे, क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री से हम किसान भाइयों को मिलने ही नहीं दिया जा रहा है। इसमें हम हमारे सारे जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग मांगते हैं कि हमें हमारे प्रधानमंत्री से 5 मिनट ही कम से कम मिलने का मौका दिया जाए। हम किसानों को हम हमारी पीड़ा बयां कर सकें। ऐसे यशस्वी प्रधानमंत्री हम किसानों की बात को जरूर सुनेंगे और हम किसानों के हित में सीपीएस पद्धति को जरूर वापस करेंगे और किसानों के हित में अच्छे फैसले करेंगे। इसके आगे सारे किसान अफीम उत्पादक किसान मिलकर इस रणनीति को आगे बढ़ाएंगे। इसलिए आपकों अधिक से अधिक संख्या में हर गांव से कम से कम जितने भी सीपीएस पद्धति के पट्टे वाले किसान को अनिवार्यता आना है। यह अपील रामचंद्र डांगी भगोर तहसील सीतामऊ जिला मंदसौर मध्य प्रदेश द्वारा की गई है।