शाजापुर। बुधवार देर रात को शहर की फिज़ाओं में या अली-या हुसैन के नारों की गूंज उस वक्त सुनाई दी जब चालीसवे के अवसर पर मोहर्रम कमेटी के सदर इमरान खरखरे के नेतृत्व में एशिया के सबसे बड़े दुलदुल बड़े साहब का जुलूस निकाला गया।
रात 11 बजे छोटा चौक से प्रारंभ हुआ यह ऐतिहासिक जुलूस सिंधी मार्केट,बड़ा चौक, मिरकला बाजार और कसाईबाड़ा मार्ग से होता हुआ किला रोड पहुंचा। यहां पर बड़े साहब की परंपरागत ऐतिहासिक दौड़ लगाई गई। जुलूस का समापन छोटा चौक पर पहुंचकर किया गया। जुलूस के दौरान बैंड द्वारा शहादत के कलाम पढ़े गए, जिसे सुनकर पूरा माहौल गमगीन हो उठा।