भोपाल। मप्र में लंबे समय से राजनीतिक पुनर्वास के लिए दौड़भाग कर रहे नेताओं के लिए जल्द ही अच्छी खबर आने वाली है। प्रदेश के निगम, मंडल, और बोर्डों में नियुक्तियों को लेकर चल रहा मंथन अंतिम दौर में हैं। सीएम हाउस में बुधवार देर शाम सीएम डॉ मोहन यादव, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंड़ेलवाल और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के बीच बैठक हुई।
छत्तीसगढ़-हिमाचल की कार्यकारिणी घोषित हुई
बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर भी मंथन चल रहा है। मप्र के पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ की प्रदेश कार्यकारिणी पिछले हफ्ते घोषित हो चुकी है। इधर हिमाचल प्रदेश में भी प्रदेश टीम घोषित हो चुकी है। मप्र की भी टीम जल्द घोषित हो सकती है।
संगठन में नए चेहरों को मौका
लंबे समय से बीजेपी के संगठन में पदों पर काम कर रहे नेताओं के बजाए टीम हेमंत में नए चेहरों को मौका मिलेगा। या फिर जो पर्दे के पीछे रहकर महत्वपूर्ण काम करने वाले नेताओं को प्रदेश की टीम में जगह मिलेगी।
मंत्री का दर्जा पाने वालों को संगठन में मौका नहीं
जिन नेताओं को निगम, मंडल, बोर्ड, प्राधिकरण में मंत्री का दर्जा देकर शामिल किया जाएगा। उन नेताओं को पार्टी के संगठन में पद नहीं दिए जाएंगे। ये कवायद एक व्यक्ति एक पद के फॉर्मुले को अमल में लाने की कोशिश होगी।
इस महीने के अंत तक जिलों की टीमें होंगी घोषित
इसी महीने के अंत तक मप्र के सभी संगठनात्मक जिलों में बीजेपी की जिला कार्यकारिणी घोषित होनी है। जिलों में कार्यकारिणी गठन के लिए प्रदेश स्तर से पर्यवेक्षक भेजकर नाम प्रदेश स्तर तक मंगाए जा चुके हैं। इस बार जिला कार्यकारिणी में विधायकों और हारे हुए विधानसभा प्रत्याशियों की पसंद को भी महत्व दिया जाएगा।
ब्यूरोक्रेट्स के पास हैं निगम मंडलों के प्रभार
मप्र में 48 निगम, मंडल और प्राधिकरण हैं, जिनमें राजनीतिक नियुक्तियां की जाती हैं। अभी इनके चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन का प्रभार संबंधित विभाग के मंत्री, एसीएस या प्रमुख सचिवों के पास है।
प्रदेश के पांच पूर्व मंत्री ऐसे हैं जिनका निगम मंडलों में अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है, इनमें कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए पूर्व वन मंत्री रामनिवास रावत, उमाशंकर गुप्ता, अरविंद भदौरिया, कमल पटेल और अंचल सोनकर के नाम शामिल हैं। वहीं विधायकों में यशपाल सिसौदिया, ध्रुव नारायण सिंह, केके त्रिपाठी, राकेश गिरी और दिलीप शेखावत के नामों पर भी विचार किया गया हैं। भाजपा में संगठन मंत्री के रूप में काम कर चुके शैलेंद्र बरुआ, विजय दुबे, आशुतोष तिवारी, श्याम महाजन, केशव भदौरिया और जयपाल चावड़ा भी निगम मंडल में पद के दावेदार हैं।
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