कंजार्डा। गांव में इन दिनों आवारा श्वानों का आतंक बढ़ता जा रहा है। दिन हो या रात, गली-मोहल्लों में 5 से 10 के झुंड में घूमते ये श्वान ग्रामीणों और पशुओं के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। सुनसान सड़क, जंगल या बाड़े में किसी जानवर को अकेला देखते ही ये झुंड शिकारी जानवर की तरह टूट पड़ते हैं।
पहले गांव में इक्का-दुक्का श्वान नजर आते थे, लेकिन अब इनकी संख्या तेजी से बढ़ गई है। मौका पाकर ये गाय-बछड़ों और अन्य पालतू जानवरों पर हमला कर उन्हें घायल कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि रात में इनसे जानवरों को बचाने के लिए मजबूरन उन्हें घरों के भीतर बांधकर रखना पड़ रहा है।
शहरों से पकड़कर छोड़े जा रहे श्वान-
ग्रामीणों का आरोप है कि शहरों से पकड़े गए श्वानों को आसपास के जंगलों में छोड़ा जा रहा है। वहां से ये झुंड बनाकर गांवों में पहुँच रहे हैं और लोगों व पशुओं के लिए खतरा बन रहे हैं।
ग्राम पंचायत से कार्रवाई की मांग-
ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत से मांग की है कि श्वानों की बढ़ती संख्या और हमलों पर तत्काल रोकथाम के उपाय किए जाएं। साथ ही, उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए जो श्वानों को गांवों के नजदीक जंगलों में छोड़ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो हालात और गंभीर हो सकते हैं।