चित्तौड़गढ़। राष्ट्र सेविका समिति द्वारा रानी लक्ष्मीबाई जयंती के उपलक्ष में आयोजित मणिकर्णिका शोभायात्रा गुरुवार को रामद्वारा चित्तौड़गढ़ से बूंदी रोड गोल प्याऊ राणा सांगा होती हुई सुभाष चौक पर संपन्न हुई।
शोभा यात्रा के प्रारंभ में समिति की प्रांत कार्यवाहीका वंदना वजीरानी ने इस यात्रा का उद्देश्य बताते हुए ऐतिहासिक महापुरुषों के संदेश से भावी पीढ़ी एवं समाज को जागृत करने एवं नेतृत्व क्षमता ग्रहण करने के लिए आह्वान किया। विभाग कार्यवाहीका विमला सेठिया एवं जिला कार्यवाहीका सीमा मेहता के अनुसार चित्तौड़ शहर की तरुणियां व मातृशक्ति सफेद केसरिया एवं मंगल वेश में रानी झांसी की पोशाक पहनकर खून नहीं चिंगारी है हम भारत की नारी है उद्घोष के साथ सहभागिता की।
जिला सहकार्यवाहिका रश्मि भटनागर, डॉ सुशीला लड्ढा, नीरजा गर्ग, ललिता राठौड़, तुलसी काकड़ा, अनुषा कुमावत आदि ने शोभायात्रा से पूर्व अतिथियों समाजसेविका ललिता खंडेलवाल, महक जनानी, रितु भोजवानी, दिव्या भारती, राधिका मैथानी, ज्योति साहू, सरोज कुमावत, सीता भराडिया, उमा न्याति, कुंतल तोषनीवाल आदि का अपर्णा ओढ़ाकर स्वागत किया।
घोष वादन के साथ घोड़े पर सवार मणिकर्णिका तलवार ध्वज पताका दंड लिए शोभायात्रा में मातृशक्ति का रानी लक्ष्मीबाई रूप देखकर आम जनता भावविभोर हो गई। अंत में सीमा मेहता ने आभार व्यक्त किया। चित्तौड़गढ़ की जनता ने मातृशक्ति का ऐसा विहंगम दृश्य पहली बार देखा जिसने आमजन को देशभक्ति की प्रेरणा दी।