मनासा। वर्तमान शासन में भ्रष्टाचार का बोलबाला इस कदर बढ़ गया है कि भ्रष्ट कर्मचारियों से आमजन तो परेशान है ही वकीलों से भी ये भ्रष्ट कर्मचारी अवैध वसूली करने में कोई संकोच नहीं करते हैं, जिसके उदाहरण तहसील कार्यालय में देखे जा सकते हैं। तहसील कार्यालय मनासा में पदस्थ कर्मचारी दिलीप थोरेचा व विवेक चौहान द्वारा अभिभाषकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित, वसूली करने व 107,116,151 द.प्र. सं. के प्रकरणों में वकीली के पक्षकारों से सम्पर्क कर अवैध वसूली करने को लेकर दोनों कर्मचारियों के खिलाफ़ अभिभाषक संघ ने अनुविभागीय अधिकारी पवन बारिया को शिकायत पत्र देकर तत्काल दोनों कर्मचारियों को उनके पद से हटाकर उनके विरुद्ध जांच कर वैधानिक कार्यवाही करने की मांग की है।
एसडीएम को दिए पत्र में अभिभाषक संघ ने बताया कि तहसील कार्यालय में पदस्थ दोनों कर्मचारी द्वारा काफी समय से अभिभाषक साथियों को अकारण ही मानसिक रूप से प्रताडित किया जा रहा है। तहसीलदार न्यायालय में पारित हुए आदेशों को जानबुझकर संबंधित अभिभाषकों को अवगत नहीं कराते हुवे टालमटोल की जाती है एवं संबंधित अभिभाषक द्वारा जब कर्मचारी थोरेचा से आदेश के संबंध में पूछा जाता है तो अभिभाषक से अवैध रूप से रुपयों की मांग की जाती है और रुपये देने के पश्चात ही आदेश संबंधित अभिभाषक को नोट कराया जाता है और अवैध मांग की पूर्ति नहीं करने पर उक्त कर्मचारी द्वारा आदेश में जानबुझकर टंकण त्रुटियां की जाती है, जिसके कारण आदेश की पालना नहीं हो पाती है, इस कारण अभिभाषक को पक्षकार के समक्ष अपमानित होना पड़ता है। वहीं तहसील न्यायालय में ही पदस्थ विवेक चौहान द्वारा 107. 116 151 द.प्र.सं. के प्रकरणों में सीधे ही पक्षकारों से संपर्क किया जाकर अवैध वसूली की जा रही है तथा संबंधित पक्षकारों को यह कहकर धमकाया जाता है कि यदि उनके प्रकरण में किसी वकील का वकील पत्र लगवाया तो प्रकरण को लंबान में डाल दूंगा और निरंतर रूप से तारीख पेशियां करवाउंगा। इस प्रकार पक्षकारों को डरा धमकाकर उनसे अवैध वसूली की जाती रही है। जबकी उक्त कर्मचारी को कोई अधिकार नहीं है।
दोनों कर्मचारियों के इस प्रकार के कृत्य करने को लेकर पूर्व पीठाधीन अधिकारी व वर्तमान पीठासीन अधिकारी को मौखिक रूप से शिकायत की जा चुकी है। इसके पश्चात भी इनके विरुद्ध भी कोई ठोस वैधानिक कार्यवाही नहीं की गई है। दोनों कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने पर अभिभाषक संघ साधारण सभा में सर्वानुमति से निर्णय लिया गया है कि उक्त दोनों ही कर्मचारियों को तत्काल अपने पद से हटाकर इनके विरुद्ध जांच की जाकर ठोस वैधानिक कार्यवाही की जावे। जब तक उक्त दोनों ही पदाधिकारियों को उनके पद से नहीं हटाया जाता है, तब तक अभिभाषक संघ मनासा के सभी सदस्य तहसील न्यायालय मनासा का बहिष्कार कर न्यायालयीन कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे।