मुरैना। जिला अस्पताल में मरीजों को जेल के बंदियाें की तरह खाना बांटना भले की अस्पताल प्रबंधन या जिला प्रशासन को अनुचित न लगता हो, लेकिन शहर की महिला समाजसेवियों से यह नहीं देखा गया। इसीलिए महिला समाजसेवियों ने आगे बढ़ते हुए। मरीजों के खाने के लिए थालियां भेंट की और कहा कि मरीजाें को थालियों में परोसकर खाना दिया जाए।
गौरतलब है, कि जिला अस्पताल में भर्ती मरीज व घायलों को सुबह-शाम खाना मिलता है। खाने का नियम यह है, कि वार्ड के पलंग पर ही थाली में परोसकर मरीज को पूरे आदर के साथ खाना परोसा जाएगा, लेकिन मुरैना जिला अस्पताल में घायल व मरीजों को जिस बेकद्री से खाना दिया जा रहा है। उस तरह तो पुराने जमाने में जेल में बंद कैदियों को दिया जाता था। इसे लेकर शिकायतें हुईं तो अस्पताल प्रबंधन ने खाना वितरण की व्यवस्था में बस इतना सुधार किया, कि मरीज व घायलों की लाइन लगवाना बंद कर दिया, लेकिन हाथ में खाना देना जारी रखा। यह समस्या किटी ग्रुप मुरैना की टीम को अच्छी नहीं लगी और मरीजों की सहूलियत के लिए समाजसेवी निशा गुप्ता, शशी अग्रवाल, किरन गोयल, ममता अग्रवाल और मनीषा अग्रवाल ने शुक्रवार को सीएमएचओ आफिस पहुंचकर सीएमएचओ डा. राकेश गुप्ता को 200 थालियां भेंट करते हुए कहा, कि इन थालियों का उपयोग मरीजाें को खाना खिलाने में किया जाए।महिला समाजसेवियों ने कहा कि मरीजों को उनके पलंग पर ही खाना मिले, जिससे उन्हें स्वस्थ होने में भी मदद मिलेगी।