देवास। विश्व मलेरिया दिवस पर देवास नर्सिंग कालेज में कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यशाला में बताया गया कि जिले में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी वाहक जनित बीमारियों के नियंत्रण के लिए निरन्तर कार्य किया जा रहा है। इन बीमारियों के बचाव के लिए अधिक से अधिक जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जा रही है।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ रश्मि दुबे ने बताया कि मलेरिया मादा मच्छर एनोफिलीज के काटने से होता है। बरसात के मौसम या वातावरण में नमी होने पर मलेरिया के मच्छर पनपने लगते हैं और बीमारी फैलाते हैं। बुखार, सिर दर्द, उल्टी आना, ठंड लगना, थकान होना, चक्कर आना और पेट में दर्द होना मलेरिया के कुछ सामान्य लक्षण हैं। आमतौर पर मलेरिया दो सप्ताह में ठीक हो जाता है, लेकिन बीमारी को नजरअंदाज करना रोगी के लिए जानलेवा हो सकता है। मलेरिया होने पर मरीज को अपने खानपान का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है।
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