मंदसौर। आगामी विधानसभा चुनाव 2023 को देखते हुए प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा अपनी रणनीति अनुसार काम कर रहे है। जहां भाजपा अपनी सत्ता बचाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है और अपने मजबूत संगठन के दम पर चुनाव की तैयारी कर रही है तो वहीं कांग्रेस प्रदेश में सत्ता पाने के लिए अपने परिपक्व नेताओं की रणनीति और मार्गदर्शन में कदम बड़ा रही है।
एमपी के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह अभी मंदसौर-नीमच के दौरे पर है। उनका यह दौरा संगठनात्मक है। सिंह यहाँ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चुनावी टिप्स के साथ एकजुटता के साथ रहने का सन्देश देंगे। उनके इस दौरे से बीजेपी भी एक्शन मोड में आ गई है।
आरएसएस की नर्सरी कहे जाने वाले मंदसौर-नीमच क्षेत्र में दिग्विजय सिंह के लगातार दौरे से संघ भी अब एक्टिव हो गया है। इसी के मद्देनजर संघ के पदाधिकारियों और भाजपा संगठन की एक गोपनीय बैठक आज आहूत हुई। जिसमे कई बड़े निर्णय होने की बात सामने आ रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज प्रातः 09 बजे से 12 बजे तक मंदसौर-नीमच भाजपा समन्वयन विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक नक्षत्र गार्डन मंदसौर में संपन्न हुई। इस बैठक में आरएसएस के पदाधिकारी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा, प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी सहित जिला नीमच प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर, जिला मंदसौर प्रभारी मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, मंदसौर जिला भाजपा अध्यक्ष नानालाल आटोलिया, नीमच भाजपा अध्यक्ष पवन पाटीदार और सभी भाजपा मोर्चा के अध्यक्ष शामिल हुए।
उक्त बैठक इतनी गोपनीय थी की मंत्रियो को सख्त निर्देश दिए गए थे कि कोई भी अपने वाहन में हूटर का उपयोग नहीं करेगा और गार्डन के बाहर ही उतरकर गाड़ी को दूर खड़ी करवा दे। सूत्रों के मुताबिक उक्त बैठक में आने वाले चुनाव को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा हुई। साथ ही आरएसएस की नर्सरी में लगातार दिग्विजय सिंह के दौरे को लेकर संगठन के पदाधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश भी दिए गए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस गोपनीय बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर संसदीय क्षेत्रों के विधानसभा सीटों को लेकर भी गहन चर्चा हुई। जिसमे ऐसा भी सुनने को आ रहा है कि विधानसभा उम्मीदवारों को लेकर भी बात हुई और लगभग नामों पर मुहर लगती हुई दिखाई दी। संसदीय क्षेत्र की आठों विधानसभा पर संभावित उम्मीदवारों के एक एक नाम पर विस्तृत चर्चा हुई। जिसमे जीतने वाले उम्मीदवार का नाम का चयन लगभग तय किया गया। अब देखना है कि संघ की इस गुप्त बैठक के आगे क्या परिणाम आते है। बैठक में लिए निर्णयों का भाजपा के नेता कितना धरातल पर कितना फॉलो करते है।