नीमच। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने नीमच में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में भाजपा की 20 वर्षों पुरानी सरकार ने विकास के कोई भी कार्य को अंजाम नहीं दिया। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश पूरी तरह पिछड़ गया। मजदूर, किसान, गरीब और व्यापारियों में हताशा का वातावरण है। अतीक अहमद के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि अतीक अहमद माफिया डॉन था। उसके बेटे का एनकाउंटर सही हो सकता है। लेकिन पुलिस की कस्टडी में अतीक अहमद की जिस प्रकार हत्या हुई है वह उत्तरप्रदेश की पुलिस की असफलता, अकर्मण्यता और निकम्मेपन का जीता जागता उदाहरण है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा और एमआईएम मिलकर देश में सांप्रदायिक नफरत का माहौल पैदा कर रहे हैं। हेट स्पीच को लेकर माननीय न्यायालय ने कार्रवाई का जो निर्णय लिया उनके खिलाफ सरकार कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। यह देश सबका है। समरसता और सद्भाव बना रहना चाहिए। अफीम की खेती को लेकर पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कहा कि मैं आज भी अफीम की खेती को बंद किए जाने का पक्षधर हूं। चुंकि नौजवान पीढ़ी स्मैक का सेवन करने लगी है। उन्होंने पूर्व में 21 हजार करोड़ की पकड़ी गई ड्रग्स को लेकर भारत सरकार द्वारा आज तक खुलासा नहीं किए जाने का भी उल्लेख किया।
दिग्गी राजा ने कहा कि एक तरफ सरकार कहती है कि बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ और दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय महिला एथलेटिक्स द्वारा यौन शोषण की शिकायत पर कार्रवाई नहीं हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि शासकीय तंत्र का दुरुपयोग कर निर्देश देकर लोगों को सुनने के लिए मजबूर किया जा रहा है। हाल ही में राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा पुलवामा को लेकर दिए गए बयान का उन्होंने समर्थन किया।
दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से कहा कि पुलवामा जैसी घटना पर प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और गृह मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए था। दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि चाइना द्वारा भारत के रक्षा मंत्री और आर्मी चीफ हमारी धरती पर कब्जा करने की बात को स्वीकार कर रहे है, लेकिन प्रधानमंत्री इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की पार्टी छोड़ने पर तंज कसते हुए कहा कि जिन्हें सब कुछ मिला वह पार्टी छोड़ कर चले गए। यह देश लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए बहुत बड़ा धक्का है। दलबदलूओं पर 6 साल के लिए चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए। खरीद-फरोख्त बंद होना चाहिए।
दिग्विजय सिंह ने भाजपा को शासन करने वाली नहीं बल्कि व्यवसाय करने वाली पार्टी बताया। सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार व्याप्त है। कमलनाथ सरकार ने किसानों की फसल खराब होने पर बिना सर्वे के मुआवजा दिया था। हमारी सरकार ने जिन किसानों का ओवर ड्यू 2 लाख और ड्यू एक लाख था, उसे माफ किया। भूमाफियाओं और मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई की। शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया गया। बिजली के बिल की दरें घटाई। जो बिल 200 रूपए आ रहे थे, वह अब 3000 रूपए तक आ रहे हैं। पंचायती राज ठप्प हैं। सवा दो हज़ार सरकारी स्कूल बंद पड़े हैं। बिना किसी इन्फ्रास्ट्रक्चर के नर्सिंग कॉलेज खोल दिए गए। नीमच के मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति कमलनाथ सरकार में हुई। हमने हर वादे पूरे किए। दिग्विजय सिंह ने अपने दौरे का मकसद बताते हुए कहा कि वे संगठन को सक्रिय करने निकले हैं। जनसेवक और सक्रिय कार्यकर्ता को टिकट दिया जाएगा।