नीमच। अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले दिग्विजय सिंह गत दिवस नीमच जिले के दौरे पर आए थे। यहाँ भी पत्रकार वार्ता में एक ऐसा बयान दे डाला जिससे कांग्रेस मुसीबत में आ गई है। पहले ही संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस रसातल में है ऊपर से दिग्गी राजा के इस बयान ने कांग्रेस के लिए नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है।
मध्यप्रदेश के लगातार दो बार मुख्यमंत्री रहे और वर्तमान में राज्यसभा सांसद नीमच-मंदसौर जिले में संगठनात्मक बैठक लेने आए थे। सिंह यहाँ के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जोश भरने आए थे। उन्होंने पार्टी की बैठक में कांग्रेस के नेताओ और कार्यकर्ताओं को एकजुटता के साथ रहने और पूरी ताकत के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने की बात भी कही और कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार भी किया।
प्रदेश कांग्रेस संगठन ने दिग्गी राजा को मध्यप्रदेश की 66 विधानसभा की जिम्मेदारी दे रखी है। इन सभी विधानसभा पर वे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ नेताओ की बैठक लेकर सामंजस्य की स्थिति बनाएगे। इन 66 विधानसभा में से मंदसौर-नीमच संसदीय क्षेत्र की 8 विधानसभा भी है। जहां दिग्विजय सिंह लगातार दौरा कर रहे है।
गत दिवस नीमच विधानसभा के दौरे के दौरान आयोजित पत्रकार वार्ता में दिग्गी राजा ने अफीम की खेती को लेकर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैं अफीम की खेती के पक्ष में नहीं हूँ। इस खेती को बंद कर देना चाहिए। सिंह के इस बयान से कांग्रेस के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है। क्योंकि नीमच-मंदसौर जिला अफीम की खेती करने वालों किसानों का गढ़ है और अफीम उत्पादन में भी अग्रणी है। यहाँ लाखों किसान परिवार अफीम की खेती पर निर्भर है। ऐसे में दिग्गी राजा का ये बयान कांग्रेस के लिए गले की फ़ांस बन गया है।
नीमच-मंदसौर जिले से सटा राजस्थान का प्रतापगढ़ और चित्तौड़गढ़ जिला भी लगता है। जहाँ भी फिम की खेती बड़े स्तर पर होती है और मध्यप्रदेश के साथ राजस्थान में भी एकसाथ विधानसभा चुनाव होने है। ऐसे में दिग्विजय सिंह का अफीम की खेती बंद करने का बयान इन सभी विधानसभा सीटों पर सीधा सीधा प्रभाव डालेगा।