मुरैना। एक तरफ तो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महिलाओं के लिए कई योजनाएं संचालित करने का वादा करते हैं और महिलाओं के हित में बात करते हैं। तो वहीं मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें अपने ही विभाग के अधिकारी से परेशान महिलाएं एसपी ऑफिस में कल दोपहर पहुंचीं और एएसपी डाक्टर रायसिंह नरवरिया से लाइन आरआई कृष्णप्रताप सिंह तोमर की शिकायत की।
टीआई आरती चराटे, एसआई ज्योति शर्मा, प्रधान आरक्षक मालती पाराशर, एसआई आर के वर्मा आदि ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डाक्टर राय सिंह नरवरिया को बताया कि उन्हें सरकारी आवास दिए गए हैं, लेकिन अब आरआई द्वारा उन्हें अतिक्रमणकारी बताकर जुर्माने के नोटिस जारी कर दिए हैं, वहीं हमारी सैलरी में से पैसे भी कटवा दिये हैं। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से पत्रकारों ने पूछा तो इस मामले में मौखिक रूप से कहा कि सभी से आवेदन मंगवाए हैं मगर कैमरे के सामने अधिक्रत बाईट देने से बचते हुए नजर आए।
वहीं प्रधान आरक्षक मालती पाराशर ने आरआई केपीएस तोमर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह खुद तीन आवासों पर कब्जा जमाए बैठे हैं और सरकारी गाड़ी से उनकी पत्नी ग्वालियर पढ़ाने जाती हैं, क्या यह अतिक्रमण व दुरुपयोग नहीं है। पुलिसकर्मियों ने बताया कि 21 से 22 लोगों को आरआई ने नोटिस देकर आवास खाली करने को कहा है, जबकि आवासों को रहने लायक बनाने के लिए दो से ढाई लाख रुपये खुद के खर्च किए गए हैं।
वहीं इस मामले में आर आई केपीएस तोमर ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि उनके संज्ञान में इस तरह का कोई भी मामला अभी तक नहीं आया है। कहा कि मेरी पत्नी अगर सरकारी गाड़ी से जा रहीं हैं तो गाड़ी का वीडियो या नंबर प्रस्तुत करें।