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May 2, 2023, 7:27 pm
BIG REPORT : किसान भाई खाली खेतों की गहरी जुताई आवश्य करें, कृषि विभाग ने दी आवश्यक जानकारिया, पढ़े खबर  

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सीहोर। किसान भाइयों से कृषि विभाग ने आग्रह किया है कि गेहूं फसलों की कटाई का कार्य हो चुका है एवं खेत खाली है इस परिस्थिति में किसान भाईयों को सलाह दी जाती है कि वे अपने खेतों गहरी जुताई का कार्य कर लेवें। गहरी जुताई कर फसल अवशेषों (नरवाई) को खेत में मिला देने से फसल अवशेष विघटित होकर मिटटी में मिल जाते है। जीवाणु के माध्यम से हयूमस में बदलकर खेत में पौषक तत्व नत्रजन, फास्फोरस, पोटास, सल्फर तथा कार्बन शत्व की मात्रा को बढ़ा देते हैं।

प्रत्येक वर्ष एक जैसी फसल ऊगाने से भूमि की ऊपरी सतह से पौषक तत्वों की मात्रा कम हो जाती है। गहरी जुताई करने से नीचे की मिट्टी ऊपर और ऊपर की मिट्टी नीचे पलट दी जाती है। जिससे नीचे की मिट्टी ऊपर आने से नीचे छुपे हुये पोषक तत्व मिट्टी के साथ ऊपर आकर पौधों के लिये लाभदायक होते है। भूमि की गहरी जुताई करने से मिट्टी में वायु संचार बढ़ जाता है, स्थावकाश की मात्रा बढ़ जाती है और जल धारण क्षमता बढ़ जाती है तथा मिट्टी का सूर्यतापीकरण होने से हानिकारक कीट बीमारी के जीवाणु फंगस आदि नष्ट हो जाते है।

आमतौर पर किसान भाई खेत सफाई के उद्देश्य से नरवाई को जला देते है। नरवाई जलने के साथ-साथ खेत की मिट्टी में उपलब्ध लाभदायक सूक्ष्मजीव नष्ट हो जाते हैं। जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति कमजोर होती है एवं पर्यावरण प्रदूषण के साथ-साथ आगजनी की घटना आदि से जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। किसानों को सलाह दी जाती है कि नरवाई को रोटावेटर व कृषि यंत्रों के माध्यम से जुताई कर खेत में मिला दें। फसल अवशेष पर वेस्ट डीकम्पोजर या बायो डायजेस्टर के तैयार घोल का छिड़काव करें। इस प्रकार अवशेष खेतो में विघटित होकर मिट्टी में मिल जायेगे और जीवाणु के माध्यम से ह्यूमस में बदलकर खेत में पोषक तत्व की मात्रा बढ़ जायेगी।


 

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