चीताखेड़ा। ग्राम पंचायत चीताखेडा में कोई सुनने वाला नहीं है। यहाँ निर्वाचित पंच की ही नहीं सुनी जा रही है तो ग्रामीणों को तो बात ही नहीं करनी चाहिए। चीताखेडा गांव के क्रमांक 09 में गंदगी के अंबार और कचरे की ढेर को लेकर वार्ड पंच और रहवासियों द्वारा बार बार पंचायत को अवगत कराया गया लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
वार्ड क्रमांक 09 के पंच प्रतिनिधि मुबारिक मंसूरी ने बताया कि जब जनता द्वारा चुने हुए पंच की नही सुनी जा रही है तो आम जनता की सुनवाई कब होंगी। पिछले कई समय से कचरा वाहन बंद है जिससे गांव मे जगह जगह कचरे के ढेर लग गए। लेकिन पंचायत है कि कुम्भकरणीय नींद में है। मेरे द्वारा पंचायत को कई बार अवगत कराया गया कि वार्ड में एक परिवार में सामाजिक कार्यक्रम भी है और उनके घर के पास ही कचरे का ढेर लगा हुआ है। लेकिन सरपंच और सचिव ने इसे अनसुना कर दिया। इस कारण मैंने खुद ने अपने निजी खर्चे से यहाँ से कचरा हटवाया।
वार्ड पार्षद प्रतिनिधि मुबारिक मंसूरी ने सरपंच पर आरोप लगाते हुए आगे बताया कि सरपंच राजनीतिक द्वेषता के कारण भी मेरे वार्ड में विकास के नाम पर पक्षपात करते है। मै कांग्रेस समर्थित हूँ इसलिए मेरे वार्ड में सरपंच ध्यान नहीं देते है। कई जनहित के मुद्दों को लेकर मैंने पंचायत को अवगत करवाया लेकिन मेरे वार्ड में सरपंच द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता है।
वहीं बात करे तो गांव में पानी की समस्या भी दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। पर इस ओर भी कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। वार्ड नम्बर 1 में पीएचई विभाग से पाइप लाइन कब की मंजूर पड़ी है लेकिन पंचायत अपनी हटधर्मिता के चलते कोई अभी तक कुछ नहीं कर पाई है। जिसका खामियाजा बेचारी जनता को भुगतना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि पंचायत हमारी नही सुनती तो जनपद और जिले मे बैठे अधिकारी हमारी समस्या को हल करवाए।