देवास। थाने पर आने में बच्चें असहज महूसस न करे इसके लिए अब मध्यप्रदेश में बाल मित्र कक्ष का शुभारंभ किया जा रहा है। जिसमें बच्चों से संबंधित मामले बालमित्र कक्ष में सूने जाएंगे जहां बच्चों को अनुकूल वातावरण मिलेगा जिसमें बच्चा बिना डरे अपनी समस्याओं को बताएगा। यहां पर बाल कल्याण अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। वही चाइल्ड हेल्पलाइन जन साहस संस्था, महिला बाल विकास और पुलिस विभाग संयुक्त रूप से मिलकर इसमें कार्य करेंगे।
आज गुरुवार को कोतवाली थाना परिसर मे बाल मित्र कक्ष का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय द्वारा किया गया। पुलिस अधीक्षक उपाध्याय ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से प्रयास चल रहा है। कानून को बच्चों के अनुसार बनाया जाए जिससे बच्चों को सही रुप से गाईड किया जा सके। कोई भी बालक-बालिका थाने पर आते है तो उन्हें कुछ समस्या रहती है तो कक्ष के माध्यम से उन्हें सकारात्मक माहौल में रखा जाए। उसी के चलते आज कोतवाली थाना परिसर मे बाल मित्र कक्ष का शुभारंभ किया गया है जिसमें बच्चे से संबंधित मामले सुने जाएंगे जहां बच्चों को अनुकूल वातावरण मिलेगा जिसमें बच्चा बिना डरे अपनी समस्याएं बताएगा। बाल मित्र कक्षा में बच्चों की काउंसलिंग भी की जाएगी। जिससे बच्चे बिना किसी भय के माहौल में रहते अधिकारियों से अच्छे से चर्चा कर पाए। आगे पूरे जिले में प्रत्येक थाने पर बाल मित्र कक्ष का शुभारंभ किया जाएगा। शुभारंभ अवसर पर पुलिस विभाग सहित जन साहस संस्था, चाईल्ड हेल्पलाइन, महिला बाल विकास,के पदाधिकारी भी मौजूद रहे