शाजापुर। कलेक्टर किशोर कन्याल के मार्गदर्शन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर निदारिया एवं नोडल अधिकारी आर.बी.एस. डॉ. सुमित यादव की अध्यक्षता में विश्व क्लबफुट दिवस का आयोजन हुआ।
जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र प्रबंधक हिमांशी काले ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के माध्यम से विसंगतियो के साथ पैदा होने वाले बच्चों को मुफ्त इलाज दिया जा रहा है। क्लब फुट एक ऐसा ही जन्म दोष है,ईलाज दिया जा रहा है जिसमें जन्म से बच्चे के पैर अंदर से मुड़े हुये होते है। उन्होंने क्लब फुट विकृति से ग्रसित बच्चो के माता-पिता को पांच साल तक इलाज करने के बारे में जागरूक किया। साथ ही बताया कि इस विकृति का उपचार अब संभव है। फिलहाल 24 बच्चों का ईलाज जिले के जिला अस्पताल में चल रहा है।
सिविल सर्जन डॉ. बी.एस. मैना एवं डॉ. संजय खंडेलवाल द्वारा क्लबफुट से प्रभावित बच्चों का पोंसेटी विधि द्वारा तीन चरणो में बहुत आसानी से इलाज किया जाता है, जिसमें प्रथत चरण कास्टिंग का रहता है क्लब फुट के बच्चो को लगातार चार से आठ सप्ताह तक हर हफ्ते कास्ट (प्लास्टर) चढाया जाता है। दूसरे चरण में टेनोटोमी एक छोटी सी कार्यविधि, जिसमे अकिलीज टेंडन काट दिये जाते है जो बाद मे सामान्य आकृति में आ जाते है।
तीसरा चरण ब्रेसिंग का रहता है जो कि तीन से पांच सालो तक चलता है। अनुष्का फांउडेशन (मिरेकल फीट इंडिया) एक गैर सरकारी संगठन है जो क्लब फुट की समस्या के उपचार के लिये राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ साझेदारी मे काम करता है। संस्था क्लब फुट से ग्रसित बच्चो को 4-5 साल तक मुफ्त ब्रेस (जूते) प्रदान करती है जब तक कि उसके पंजे पूरी तरह ठीक नही हो जाते है। अनुष्का फांउडेशन के जिला प्रोग्राम एक्जयूकेटिव आदर्श दुबे ने बताया कि उक्त संस्था द्वारा फुट ब्रेसेस पूरे उपचार चक्र के दौरान पैर के लिये बिलकुल निःशुल्क प्रदान किये जाते है और माह के प्रत्येक बुधवार को क्लब फुट से प्रभावित बच्चो का पोंसेटी विधि द्वारा तीन 'चरणो में बहुत आसानी से इलाज किया जाता है। उपचार के लिए 9987064921 नंबर पर या जिला अस्पताल के जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र मे संपर्क करे। साथ ही जीन बच्चों का पूर्व से ही कही अन्य स्थान पर उपचार चल रहा है वह भी निःशुल्क परामर्श और जूते ले सकते हैं।