देवास। मध्य प्रदेश राज्य औषधी पादप बोर्ड के सलाहकार डॉ. पवन यादव ने गुरूवार को देवास जिले के गांवों में पहुंचकर किसानों से चर्चा की। जिले में औषधीय खेती करने वाले किसानों ने उन्हें बताया कि इससे उन्हें काफी लाभ मिला है। अच्छा मुनाफा देखते हुए अब आसपास के दूसरे किसान भी इसे अपनाने का मन बना चुके हैं। जिला आयुष कार्यालय के डॉ. आलोक जैन ने भ्रमण के दौरान बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व जिले में आयुष विभाग की महत्वाकांक्षी देवारण्य योजना के तहत कुछ किसानों ने टोंकखुर्द विकासखंड में अश्वगंधा की खेती प्रारंभ की थी। रूचि रखने वाले किसानों को प्रशिक्षण देकर आयुष विभाग तथा संस्था सालिडरी डाड ने लगातार फालोअप किया। पहली बार जिन किसानों ने अश्वगंधा की खेती की, उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ है।
किसानों ने डॉ. यादव को बताया कि बोने से पहले उन्हें खुद भी यकीन नहीं था कि औषधीय खेती को कुशलता से कर पाएंगे या नहीं लेकिन फसल अच्छी हुई और अन्य फसलों के मुकाबले उन्होंने अच्छा मुनाफा भी कमाया है। अगले साल हम और अधिक रकबे में इसकी खेती करेंगे। अन्य किसान भी हमारे सफल प्रयोग के बाद अब औषधीय खेती का मन बना चुके हैं। डॉ. यादव ने जिले में औषधीय खेती का रकबा बढ़ाने के लिए किसानों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इसमें आने वाली कठिनाइयों का समाधान किया जाएगा और यह हर तरह से लाभ देने वाली खेती है, इसे अपनाना इस दौर में बहुत जरूरी और फायदेमंद है।
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