कटनी। विकासखंड रीठी के ग्रामपंचायत भवन वसुधा में प्रोजेक्ट उन्नति के तहत मनरेगा में 100 दिवस कार्य कर चुके परिवारों के 34 आदिवासी महिला एवं पुरुषों के सदस्यों को 10 दिवसीय जैविक सब्जी उत्पादन एवं प्रबंधन का प्रशिक्षण मध्यप्रदेश शासन ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आयोजित भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान कटनी के संचालक मनोहर लाल अहिरवार के मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण समन्वयक सुनील रजक एवं अनुपम पांडे के सहयोग से प्रशिक्षक रामसुख दुबे द्वारा दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण में जैविक खेती, प्राकृतिक खेती के अंतर्गत खेती के लिए आवश्यक आदान जैविक खेती की आवश्यकता रासायनिक खेती से भूमि मानव स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को हो रहे नुकसान तथा जैविक खेती के फायदे की जानकारी दी गई। गांव में उपलब्ध स्थानीय कूड़ा वानस्पतिक कचरा फसल अवशेष, गोबर से गोबर कंपोस्ट, नाडेप खाद, केंचुआ खाद, बायोगैस संयंत्र, जैव उर्वरक एवं शीघ्र खादों के अंतर्गत मटका खाद, जीवामृत बीजा मृत को बनाने तथा फसलों में सब्जियों में उपयोग की जानकारी दी गई। सुनील रजक द्वारा स्वरोजगार का महत्व व्यवसाय से संबंधित उद्यम शील व्यक्तियों की 15 विशेषताओं की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के समय रोजगार सहायक जमील खान, सचिव लाल यादव, सरपंच अयूब खान, उपसरपंच बेबी बाई, हुकुम सिंह तथा महिला छोटी बाई, बिसरती बाई, सरोज बाई, लक्ष्मी बाई, मीराबाई, रेखा बाई आदि महिलाएं उपस्थित रही।
--
वॉइस ऑफ़ एमपी की मुहीम- बेज़ुबान पक्षियों के लिए दान करें सकोरे या फिर अपने मकान की छत पर रखे सकोरे, भीषण गर्मी में सुने इनकी फ़रियाद।