रतलाम। जिला स्तरीय जनसुनवाई में मंगलवार को कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा दूर गांव से आई दो बुजुर्ग महिलाओं को उनकी भूमि पर तत्काल कब्जा दिलाने के निर्देश जावरा तहसीलदार को दिए गए।
जनसुनवाई में ग्राम आख्यापरवल की बुजुर्ग महिलाएं संपतबाई और सीताबाई अपनी जमीन पर गांव के दबंगों द्वारा कब्जा करने की शिकायत लेकर आई थी। अनुसूचित जाति की यह महिलाएं अपनी भूमि पर दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया जाने से परेशान थी, दबंग कब्जा हटा नहीं रहे थे और लड़ाई झगड़ा कर रहे थे। कलेक्टर द्वारा तत्काल वीसी के माध्यम से जावरा तहसीलदार को निर्देशित किया गया कि स्पॉट पर पहुंचे, महिलाओं को कब्जा दिलवाए। कलेक्टर का आदेश सुनकर दोनों बुजुर्ग महिलाएं खुशी-खुशी अपने घर लौटी। जनसुनवाई में 212 आवेदन आए। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत जमुना भिड़े, डिप्टी कलेक्टर संजय शर्मा, सुनील जायसवाल, राधा महंत ने भी जनसुनवाई की।
जनसुनवाई में जिले के ताल की संतोष बाई का आवेदन भी आया उसने बताया कि पति का स्वर्गवास हो गया है, दो बच्चे हैं पति के जाने के बाद सास और देवरों द्वारा घर से निकाल दिया है उसके हिस्से की जमीन से भी वंचित कर दिया। कलेक्टर ने इस मामले में तहसीलदार ताल पारस मिश्रा को संवेदनशीलता के साथ जांच करके पीड़िता को उसका हक दिलाने के निर्देश दिए। ग्राम रिंगनोद के बाबूलाल सूर्यवंशी द्वारा उसकी भूमि का सीमांकन पटवारी द्वारा नहीं करने की शिकायत की गई। इसी प्रकार ग्राम खोकरा तहसील रतलाम के जितेंद्र प्रजापत ने प्रधानमंत्री योजना के तहत नामली सैलाना रोड पर त्रुटिपूर्ण पुलिया का निर्माण होने की शिकायत की उक्त दोनों आवेदनों में संबंधित विभागों को जांच करके कार्रवाई रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए।शासन की महत्वपूर्ण योजना के तहत खोले गए सीएम राइज स्कूल में कक्षा नवी में प्रवेश हेतु ग्राम छतरी तहसील रतलाम निवासी निकिता कुमावत ने आवेदन किया। जिस पर कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को छात्रा की मदद के निर्देश दिए। जनसुनवाई में ग्राम बिलपांक के मांगीलाल ने आवेदन दिया कि उसके पास एक गाय थी, जिसके दूध व्यवसाय से उसका परिवार पालन पोषण हो रहा था। लेकिन विगत दिनों जहरीले जानवर के काटने से गाय की मृत्यु हो गई। गाय की कीमत लगभग 28 हजार रूपए थी। इस कारण अब मांगीलाल आर्थिक परेशानी में फंस गया है। गाय की मृत्यु के दौरान पंचनामा पटवारी द्वारा बनाया गया था। मांगीलाल ने कलेक्टर को आवेदन दिया कि उसको आर्थिक सहायता प्रदान करें ताकि दोबारा गाय खरीदकर दूध का व्यवसाय कर सकें, प्रार्थी के आवेदन पर कलेक्टर ने तहसीलदार ग्रामीण के प्रति सख्त नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने कहा कि अब तक गरीब व्यक्ति को मुआवजा क्यों नहीं मिला, तत्काल कार्रवाई की जाए। जनसुनवाई में काजीपुरा निवासी पूनमचंद ने आवेदन दिया कि वो गरीब है उसे आर्थिक सहायता दी जाए। उसके पैर में बड़ी समस्याएं है, आवेदन पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया।