इंदौर। शहर के बाणगंगा में रहने वाली एक 19 साल की स्टूडेंट ने अपने घर के कमरे मे सुसाइड कर लिया। पिता देर शाम जब दुकान से खाना खाने घर आए तो बेटी कमरे से बाहर नहीं निकली। आवाज लगाने पर दरवाजा भी नहीं खोला। घबराए पिता ने कमरे में झांककर देखा तो बेटी फंदे पर झूल रही थी। पड़ोसियों को बुलाकर उनकी मदद से पिता ने दरवाजा तोड़ा और बेटी को नीचे उतारा। सभी उसे एमवाय अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बाणगंगा पुलिस के मुताबिक स्नेहा यादव निवासी भागीरथपुरा ने अपने घर पर गुरुवार को फांसी लगाकर जान दे दी। स्नेहा को उसके पिता राकेश यादव एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे। पुलिस के मुताबिक स्नेहा का मोबाइल लॉक मिला है। अभी किसी तरह के सुसाइड नोट की जानकारी नहीं है। परिवार के लोगों ने बताया कि स्नेहा बीकॉम फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रही थी। वह इंदौर के साफ्ट विजन कॉलेज की स्टूडेंट थी।
कुछ देर पहले तक तीनों बहनें थी साथ-
स्नेहा के रिश्तेदार ने बताया कि परिवार में स्नेहा के साथ दो और बहनें हैं। स्नेहा सबसे बड़ी है। गुरुवार को तीनों बहनें कमरे में पढ़ाई कर रही थी। इस दौरान बीच वाली बहन खाना बनाने बाहर आ गई। सबसे छोटी भी बाहर काम के लिये निकल गई। इस दौरान स्नेहा कमरे में अकेली मोबाइल चला रही थी। बाद में उसने दरवाजा बंद किया और फांसी लगा ली।
स्नेहा पढ़ाई में अच्छी, परिजनों ने- तनाव की बात से नकारा-
परिवार के मुताबिक स्नेहा पढ़ाई में काफी अच्छी थी। उसे किसी तरह का तनाव नहीं था। दो दिन पहले ही वह अपने दादा दादी के साथ सिहोर जाकर आई थी। इसके बाद भी किसी तरह का तनाव उसके चेहरे पर नहीं दिखा। स्नेहा की मां सुजाता भी घटना के समय घर के कमरे के बाहर थी। उसके पिता का पान का व्यवसाय है।