मनासा। जनपद पंचायत मनासा में वैसे भी पंचायतों में भ्रष्टाचार के सारे रिकार्ड तोड दिए हैं। प्रतिदिन नित नए खुलासे हो रहे हैं। उसी कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है। वाटर शेड परियोजना में पूर्व ब्लॉक समन्वयक अधिकारी ने भ्रष्टाचार करने की नियत से लंबी कार्य योजना बनाई थी, परियोजना अधिकारी ने बड़ी ही चालाकी से खेल करना चाहा था, लेकिन जांच में सारे खेल का भंडाफोड़ हो गया।
स्वाभाविक सी बात है कि वाटरशेड परियोजना मनासा विकासखण्ड में चल रही है तो वाटरशेड योजना के तहत निर्मित स्वायत्त किसान प्रोडुसर कंपनी का खाता भी मनासा की बैंक का ही होना चाहिए और खाता मनासा की एचडीएफसी बैंक में है भी सही, लेकिन पूर्व परियोजना अधिकारी ने बड़ी ही चालाकी से इन्दौर के अपने परिचय के नाम से आईसीआईसी बैंक का खाता कंपनी में जोड़ रखा है, साथ ही मनासा का जो खाता है उसमें भी अपने परिचतों के नंबर जोड रखें है, कंपनी के बोर्ड पर अपने परिचतों के नंबर जोड रखें है, अब ऐसे में वाटर शेड परियोजना में बड़ा भ्रष्टाचार करने की नियत से पूर्व परियोजना अधिकारी ने कार्य योजना बनाई थी। ताकि चार पांच साल बाद परियोजना में जमकर भ्रष्टाचार किया जा सके। लेकिन जांच बैठने के बाद अधिकारियों की सजगता से मेडम की कार्य योजना धरी की धरी रह गई। अब अधिकारियों को क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों एवं ठेकेदारों की भी जांच करना चाहिये।