इंदौर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और दो बार के सांसद अरुण यादव ने इस बार विधानसभा चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। पीसीसी अध्यक्ष रह चुके यादव 2018 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सामने बुधनी से चुनाव लड़े थे और हार गए थे। इस चुनाव में उनका नाम निमाड़ की बड़वाह और मांधाता सीट से चर्चा में है। यादव ने कहा कि मैं चुनाव नहीं लड़ रहा। इन दोनों सीट पर हमारे पास अच्छे उम्मीदवार हैं। संगठन ने जन आक्रोश यात्रा का जिम्मा सौंपा था, वह कर दिया, आगे भी जो कहा जाएगा, वह करूंगा।
यादव अब तक दो चुनाव जीते, दो हारे
2007 में खरगोन लोकसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़े और जीते भी।
2009 में दूसरी बार सांसद का चुनाव खंडवा से जीते।
2014 में खंडवा से भाजपा के नंदकुमार सिंह से लोकसभा चुनाव हारे।
2018 में बुधनी से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सामने चुनाव लड़े और हार गए। शिवराज को 1.23 लाख वोट मिले थे, जबकि यादव को 64 हजार, 493 वोट।