इंदौर। इंदौर-खंडवा-एदलाबाद राजमार्ग की सड़क को लेकर चोरल का प्राचीन मंदिर बाधक बना है। दो बार अलाइनमेंट बदला गया है। पहले भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने मंदिर परिसर के बगीचे पर सड़क बनाई चाही थी, लेकिन दूसरे अलाइनमेंट में बगीचे के साथ ही मंदिर की दीवार को तोड़ा जाना बताया है। अक्टूबर में मंदिर की दीवार पर मार्किंग भी कर दी।
मंदिर से ग्रामीणों की आस्था जुड़ी है। वनक्षेत्र में बने मंदिर को दूसरी जगह शिफ्ट करने को लेकर सहमति नहीं बनी है। आपत्ति दर्ज करवाते हुए ग्रामीणों ने मंदिर से पांच से सात फीट दूर से सड़क को मोड़ने की गुहार लगाई है। शिकायत मिलने के बाद वन विभाग ने एनएचएआइ को पत्र लिखा है। हालांकि वे भी मंदिर को बचाने और हाईवे के लिए विकल्प तलाशने में लगे हैं।
बगैर अनुमति एनएचएआइ ने हाईवे के निर्माण कार्य के दौरान कई स्थानों पर सड़क मोड़ दीं। वन विभाग की आपत्ति के बाद तीसरी मर्तबा अलाइनमेंट बदलने पर एनएचएआइ ने काम शुरू कर दिया है, जिसमें एक नई सुरंग भी बनाई जाएगी। इस बीच चोरल के ग्रामीण भी मंदिर बचाने के लिए एनएचएआइ और वन विभाग के अधिकारियों के पास पहुंच गए।