खरगोन। भगवान पंढरीनाथ को मंगलवार की रात नौका विहार करवाया गया। प्राचीन श्री पंढरीनाथ मंदिर से भगवान को पालकी में विराजित कर श्रद्धालु ढोल, झांझ व मंजीरे बजाते हुए नर्मदा तट पर लाए। यहां भगवान को सजी नावों में बैठाया गया। पंढरीनाथ घाट से काशी विश्वनाथ घाट और फिर वापस पंढरीनाथ घाट तक एक किमी से अधिक दूरी में नौका विहार करवाया गया।
देर रात्रि 9रू15 बजे शुरू हुआ नौका विहार का कार्यक्रम रात्रि 10रू00 बजे तक चला। यह दूरी तय करने में करीब 45 मिनट का समय लगा। विहार के लिए नर्मदा नदी के दक्षिण तट स्थित ग्राम नावड़ाटौड़ी से सात खुली नाव लगाई गई थी। विहार के दौरान श्रद्धालुओं ने नावों में आतिशबाजी भी की। नगर के श्रद्धालुओं ने अन्य नाव के माध्यम से भगवान के नौका विहार के दर्शन किए। इस दौरान नगर के सोमवंशीय क्षत्रिय समाज ने भजन-कीर्तन किया। श्रद्धालुओं ने एक से बढ़कर एक भजनों की शानदार प्रस्तुति दी। नौका विहार के बाद भगवान की पालकी को वापस मंदिर लाया गया। रात 12 बजे महाआरती कर प्रसादी का वितरण हुआ। मंदिर के संत अलोने बाबा के साथ नगर सहित आसपास और महाराष्ट्र से आए श्रद्धालु मौजूद थे।