मुरैना। राजस्व और पुलिस टीम ने मुरैना शहर में फर्जी रजिस्ट्रार कार्यालय पकड़ा है, जहां जमीनों की फर्जी रजिस्ट्रियां होती थीं। पुलिस की टीम ने चार आरोपितों को दबोचा है। लेकिन मास्टर माइंड चकमा देकर भागने में सफल रहा। मौके पर 40 नकली रजिस्ट्री के अलावा रजिस्ट्रार कार्यालय के दो रजिस्टर भी मिले हैं, जिनमें नौ साल पुरानी रजिस्ट्रियों का रिकार्ड है। तहसीलदार कुलदीप दुबे की शिकायत पर कोतवाली थाने में देर शाम एफआईआर दर्ज हुई है।
दरअसल, मुरैना तहसील में बीते कुछ महीनों से नामांतरण के लिए फर्जी रजिस्ट्रियां पहुंचने के मामले सामने आ रहे थे। तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक सभी तब सकते में आ गए थे जब बीते महीने फर्जी रजिस्ट्री के आधार पर तहसीलदार कुलदीप दुबे ने एक जमीन का नामांतरण भी कर दिया था। शिकवें शिकायत और जांच के बाद फर्जी रजिस्ट्री पर हुए नामांतरण को रद्द कर दिया गया। इसके बाद फर्जी रजिस्ट्री करने वालों की तलाश में प्रशासन की टीमें जुट गईं। गुरुवार की दोपहर तहसीलदार कुलदीप दुबे ने शहर के सभी हल्का पटवारियों व कोतवाली टीम को साथ लेकर गोपालपुरा की दीक्षित गली में एक घर में दबिश दी। इस मकान के एक हिस्से में फर्जी रजिस्ट्रार कार्यालय चलता मिला। मौके पर 40 नकली रजिस्ट्रियां, रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी व शाखाओं के नाम की 25 से ज्यादा सीलें, टाइप राइटर, स्टांप व रजिस्ट्री में उपयोग होने वाले कई तरह के फर्जी दस्तावेज पकड़े हैं।