ग्वालियर। चंबल अंचल के मुरैना, मुरार, मोहना, झांसी रोड और गोला का मंदिर सहित शहर के अन्य सराफा कारोबारियों से हुई लूट की वारदात को लेकर व्यापारी वर्ग में काफी आक्रोश है। शनिवार को सोना-चांदी व्यापारी संघ, सहित अन्य व्यापारियों ने लुटेरों को पकड़ने के लिए पुलिस को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, जो सोमवार को खत्म हो गया। मंगलवार को ग्वालियर और मुरैना के व्यापारियों ने एक साथ मिलकर पैदल मार्च निकालकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद एसपी मुरैना को ज्ञापन दिया है। व्यापारियों का यह चरणबद्ध आंदोलन का पहला दिन था। अब आंदोलन के दूसरे दिन बुधवार (14 फरवरी) को व्यापारी ग्वालियर के मुरार सराफा बाजार में एकत्रित होकर वहां धरना देंगे। इसके बाद उपनगर ग्वालियर और अगले दिन लश्कर सराफा बाजार में प्रदर्शन करेंगे। 17 फरवरी को व्यापारी बैठक कर आंदोलन में आगे की रूपरेखा तय करेंगे।
आरोपी नहीं पकड़े जाने तक करेंगे आंदोलन
आंदोलन को लेकर चेंबर ऑफ कॉमर्स में हुई बैठक में अध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि 31 जनवरी को मुरार के सराफा कारोबारी राहुल गोयल के साथ बागचीनी थाना मुरैना में उन्हीं के कर्मचारियों की मिलीभगत से लूट हुई थी। इसमें आरोपी नामजद हैं। इसके बावजूद भी वह पकड़े नहीं गए। ग्वालियर में हुई लूट की एक और घटना तथा मोहना के व्यवसायी के साथ हुई घटना के आरोपी नहीं पकड़े गए हैं।
व्यापारियों में है आक्रोश
चेंबर के मानसेवी सचिव दीपक अग्रवाल ने आक्रामक ढंग से आंदोलन करने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि 2 घंटे के बंद से कुछ नहीं होगा। हमें निर्धारित आंदोलन करना होगा कि कब तक नेताओं से मेल-मिलाप कर ज्ञापन देते रहें। बैठक में मोहना के सराफा कारोबारी ने कहा कि उनसे सोना-चांदी बदमाशों ने लूटा था। लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट में 3.5 लाख रुपए ही लिखे। उनसे जब पूरी रकम लिखने के लिए कहा, तो वे उल्टा समझाते हुए बोले कि ‘कम राशि लिखाओ, वरना आयकर अधिकारी परेशान करने लगेंगे।’
इस तरह चल रहा व्यापारियों का आंदोलन
- 13 फरवरीः मुरैना एसपी ऑफिस पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा गया है।
- 14 फरवरीः मुरार के सराफा बाजार में धरना प्रदर्शन आज।
- 15 फरवरीः उपनगर ग्वालियर सराफा बाजार में धरना।
- 16 फरवरीः लश्कर सराफा बाजार में धरना।
- 17 फरवरीः पुनः चेंबर भवन में समीक्षा बैठक करके आंदोलन की आगामी रूपरेखा बनाएंगे।