भोपाल। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का मुंबई में रविवार को समापन हो गया। इस यात्रा को एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विफल बताया है। शिवराज ने भोपाल में अपने आवास पर मीडिया से चर्चा में कहा- राहुल गांधी ने दो यात्राएं की और वह दो यात्राएं भारत जोड़ो, कांग्रेस तोड़ो, कांग्रेस छोड़ो यात्रा साबित हुई। यात्राएं जहां से गुजरीं, वहां से कांग्रेस ही गुजर गई।
शिवराज ने कहा- न्याय यात्रा ने भी कांग्रेस के साथ अन्याय ही किया। वो जहां से गुजरे वहां कांग्रेस या तो हारी या शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी। मैं राहुल जी और खड़गे जी से आज कुछ सवाल पूछ रहा हूं और उनके जवाब चाहता हूं... देश जानना चाहता है वो जवाब दें..!
राम मंदिर का न्योता ठुकराना कांग्रेस की ऐतिहासिक भूल
जब अयोध्या में भगवान श्री राम के दिव्य और भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई थी तब संपूर्ण देश आनंद, उत्सव और भक्ति से सरावोर था। निमंत्रण उन्हें भी मिला था कि वो सनातन धर्म के सबसे बड़े पर्व में शामिल हों। उन्होंने इस कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होने का फैसला क्यों किया? शिवराज ने कहा- मैं यह मानता हूं, कांग्रेस की इस ऐतिहासिक भूल के लिए उन्हें जवाब देना चाहिए।
शिवराज ने कहा- पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में बहन और बेटियों के साथ जो अमानवीय मध्ययुगीन अत्याचार और अन्याय हुए, घिनौना कृत्य हुआ। बहनें सड़कों पर उतरी, लेकिन कांग्रेस की तरफ से उनके समर्थन में एक भी बयान नहीं आया। क्या यह आपकी तुष्टिकरण की नीति नहीं है।
प्रधानमंत्री का अपमान कर रहे
शिवराज ने कहा- मैं पूछना चाहता हूं देश भी जानना चाहता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता, जो जनता के दिलों में बसते हैं। देश उनका पूरा परिवार है। उनके खिलाफ राहुल जी और उनकी पार्टी के नेता आपत्तिजनक बयान देते हैं, यह भारत की संस्कृति नहीं है। प्रधानमंत्री के पद पर आसीन एक ऐसे नेता जो विकसित भारत का निर्माण कर रहे हैं। सारी दुनिया जिनका सम्मान करती है, उनके खिलाफ अशब्द शब्दों का इस्तेमाल क्या यही कांग्रेस और इंडी गठबंधन का चरित्र है? शिवराज ने यह भी पूछा कि सोनिया गांधी ने लोकसभा का चुनाव क्यों नहीं लड़ा?