टीकमगढ़। शहर के नूतन विहार कॉलोनी स्थित चंद्रशेखर मंदिर में भगवान तिरुपति बालाजी और परशुराम भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा का आयोजन चल रहा है। रविवार को कलश यात्रा निकालकर मंडप प्रवेश कराया गया। इसके साथ ही यज्ञ शाला में कलश की स्थापना की गई। प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर मंदिर में सात दिवसीय आयोजन किए जाएंगे।
पंडित बृज मोहन गंगेले ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सबसे पहले यजमान का मुंडन और 10 स्नान कराया गया। फिर गणेश गौरी कलश का पूजन हुआ। इसके बाद कलश यात्रा का भ्रमण कराकर पंचांग पूजन कराया गया। विधि विधान के साथ पुण्यवाचन, पितृ पूजन के बाद मंडप प्रवेश हुआ।
यज्ञ शाला में कलश की स्थापना कराई गई। आखिर में पीठादि निर्माण के बाद महा आरती की गई। उन्होंने बताया कि सात दिवसीय आयोजन में यजमान यज्ञशाला में आहुति देंगे। समापन पर पूर्णाहुति होगी।
परशुराम जयंती पर होगी प्राण प्रतिष्ठा
प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 4 से 10 मई तक मंदिर में कार्यक्रम आयोजित होंगे। आज यजमान प्रायश्चित पंचांग पूजन चल रहा है। 6 मई को जलाधिवास, अन्नाधिवास, पुष्पाधिवास कराया जाएगा। 7 मई को फलाधिवास, मिष्ठानवास, घृतादिवास होगा।
8 मई को गंधादिवास, धूपाधिवास, फलाधिवास, पुष्पाधिवास होगा। इसके बाद 9 मई को महास्नान के बाद 10 मई को भगवान तिरुपति बालाजी, मां लक्ष्मीजी और भगवान परशुराम की प्राण प्रतिष्ठा और पूर्णाहुति की जाएगी।
तिरुपति बालाजी का पहला मंदिर होगा
नूतन विहार कॉलोनी में तिरुपति बालाजी की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। यह शहर का पहला ऐसा मंदिर होगा जहां भगवान तिरुपति विराजमान होंगे। मंदिर समिति ने बताया कि करीब एक क्विंटल पीतल से निर्मित करीब साढ़े 4 फीट की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। भगवान परशुराम की प्रतिमा भी इतने ही वजन की है।