कुकड़ेश्वर। सावन मास के पावन सोमवार पर नगर कुकड़ेश्वर में भक्ति और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिला। दूर-दराज से हजारों कावड़िए बैंड-बाजों, ढोल-ढमाकों के साथ उत्साह और श्रद्धा से ओतप्रोत होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए भगवान सहस्त्र मुखेश्वर महादेव के दरबार पहुंचे।
हर तरफ "हर हर महादेव" और "बोल बम" के जयघोष गूंज रहे थे। कावड़िए नाचते-गाते, शिव भक्ति में लीन होकर जलाभिषेक करने पहुंचे। सीतामऊ स्थित दीपेश्वर महादेव से आई कावड़ यात्रा हो या ओंकारेश्वर से आई चार श्रद्धालुओं की टोली, सभी ने आकर भोलेनाथ के चरणों में जल अर्पित कर पुण्य लाभ प्राप्त किया।
इसी क्रम में अजय सेन के नेतृत्व में "कुकड़ेश्वर कावड़ यात्रा संघ" द्वारा नगपुरा के खो वाले महादेव से कावड़ लेकर आए श्रद्धालुओं ने भी महादेव का जलाभिषेक किया।
पूरे दिन नगर में कावड़ियों का आना-जाना लगा रहा। श्रद्धालु रास्तों में सेवा-जलपान की व्यवस्थाओं में भी लगे रहे। नगरवासियों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर कावड़ियों का स्वागत किया। यह अद्भुत दृश्य देखने लायक था, जब पूरा कुकड़ेश्वर शिवमय हो गया।
यह सावन सोमवार नगरवासियों और श्रद्धालुओं के लिए एक भक्ति और ऊर्जा से भरा अविस्मरणीय दिन बन गया।