मनासा। गांधीसागर डेम के बैकवाटर क्षेत्र से लगे गांव मेरियाखेड़ी में स्थाई मुक्तिधाम की सुविधा नहीं होने के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। गुरुवार को गांव की मांगी बाई धनगर के निधन के बाद बरसते पानी में खुले आसमान के नीचे अंतिम संस्कार करना पड़ा।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि श्मशान के लिए आवंटित जमीन पर अतिक्रमण हो चुका है, जिसके चलते उन्हें मृत पशु निस्तारण स्थल पर शव का अंतिम संस्कार करना पड़ा। ग्राम पंचायत कुंदवासा द्वारा एक साल पहले मुक्तिधाम पर टीन शेड निर्माण शुरू किया गया था, लेकिन ग्रामीणों के आपसी विवाद के चलते निर्माण अधूरा रह गया।
सरपंच प्रतिनिधि राकेश बामनिया ने आरोप लगाया कि श्मशान की जमीन पर भाजपा मंडल उपाध्यक्ष हंसराज धनगर ने अतिक्रमण कर रखा है। हालांकि हंसराज ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि मेरे द्वारा कोई अतिक्रमण नहीं किया गया है, प्रशासन जांच करवा सकता है।
ग्रामीणों ने इस संबंध में एसडीएम पवन बारिया को लिखित शिकायत सौंपी है। एसडीएम ने बताया कि शिकायत पर पंचायत सचिव और तहसीलदार से रिपोर्ट मांगी गई है और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।