रतलाम। नीमच से रतलाम तक लगभग 133 किमी लंबे रेल खंड के दोहरीकरण कार्य के अंतर्गत 30 जुलाई 2025 को रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) पश्चिम परिमंडल श्री ई. श्रीनिवास द्वारा दलौदा–ढोढर खंड का निरीक्षण एवं गति परीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान ब्रिज, ट्रैक, सिग्नलिंग व ओएचई आदि का मूल्यांकन किया गया तथा 120 किमी/घंटा की गति से परीक्षण सफल रहने पर परिचालन की अनुमति प्रदान की गई।
रतलाम मंडल जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने बताया कि इस निरीक्षण के साथ ही 21 किमी लंबे दलौदा–ढोढर खंड को संचालन हेतु अधिकृत कर दिया गया है। अब तक कुल परियोजना के अंतर्गत 95 किमी (71%) कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि मल्हारगढ़–दलौदा खंड पर कार्य प्रगति पर है।
द्वैत्रिकरण पूर्ण होने पर रतलाम से चित्तौड़गढ़ तक की रेललाइन पूरी तरह दोहरीकृत हो जाएगी, जिससे ट्रेनों की गति, मालगाड़ी संचालन और सेक्शन कैपेसिटी में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।