चित्तौड़गढ़। जिला प्रशासन, बाल अधिकारिता विभाग और चाइल्ड हेल्पलाइन टीम द्वारा बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन एवं पुनर्वास के तहत चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत सोमवार को रोडवेज बस स्टैंड पर एक बालक भीख मांगते पाया गया।
सूचना मिलते ही कालिका पेट्रोलिंग यूनिट और चाइल्ड हेल्पलाइन टीम मौके पर पहुँची और बच्चे की काउंसलिंग की। पूछताछ में बालक ने बताया कि माता-पिता के पुनर्विवाह के बाद उसे नाना के पास छोड़ दिया गया था, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण नाना उसकी देखभाल करने में असमर्थ हैं। मजबूरीवश वह प्रतिदिन भीख मांग रहा था।
टीम ने बच्चे को संरक्षण में लेकर चिकित्सीय परीक्षण करवाया और बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। समिति के आदेश पर बालक को पुनर्वास हेतु राजकीय किशोर गृह में आश्रय प्रदान किया गया है। साथ ही उसे शिक्षा से जोड़ने और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की दिशा में भी कदम उठाए जाएंगे।
बाल अधिकारिता विभाग, पुलिस, बाल कल्याण समिति और चाइल्ड हेल्पलाइन टीम जिले को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त कराने और प्रभावित बच्चों के पुनर्वास के लिए लगातार सक्रिय हैं। कार्रवाई में श्यामा गुर्जर (हेड कांस्टेबल), चाइल्ड हेल्पलाइन काउंसलर करण जीनवाल और केस वर्कर सीमा राजोरा मौजूद रहे।