माउंट आबू। राजस्थान मैं तीज त्योहार को श्रद्धा व भाव से बनाने का शानदार रीति रिवाज है इसी क्रम में आज खुशी गौशाला के पास आबू पर्वत में बछ बारस का त्यौहार धूमधाम से विधि विधान पूर्वक मनाया गया। गौ माता तथा उसके बछड़े मैं देवी देवताओं का वास होता है अतः उन्हें भगवान की तरह मोली कुमकुम तिलक मेहंदी लगाकर पूजा की गई पूजा के बाद चुनरी भी ओढ़ाई गई लड्डू गुड अंकुरित पौष्टिक मूंग चना मोठ बाजरा आदि श्री अन्न खिलाया गया मीना शर्मा द्वारा बछ बारस की कथा सुनाई गई पूजा करने आई महिलाओं में द्रौपदी चौहान ने बताया की गौ माता व बछड़े की पूजा करने से अपनी संतान की लंबी आयु व स्वास्थ्य की रक्षा होती है आज के दिन हम लोग व्रत रखते हैं तथा गाय के दूध से निर्मित वस्तुओं का प्रयोग नहीं करते हैं चाकू की धार से काटे गए फल सब्जियों का भी प्रयोग नहीं करते हैं इस दिन अंकुरित श्री अन्न की सब्जी तथा कढ़ी बाजरे के सोगरा आदि खाने का रिवाज है इस कार्यक्रम में आबू पर्वत के सभी समाज की महिलाओं ने बारी-बारी से पूजा अर्चना की सभी ने मिलकर गाय व बछड़े की रक्षा का प्रण लिया वह गौ माता के भक्ति गीत गाकर पूजा संपन्न की।