नीमच। तहसीलदारों की अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त होने के बाद जिले के सभी तहसील कार्यालयों में कामकाज फिर से शुरू हो गया है। न्यायिक और गैर-न्यायिक कार्यों के विभाजन के विरोध में तहसीलदार, नायब तहसीलदार और एसएलआर 6 अगस्त से हड़ताल पर थे।
मंगलवार को जनसुनवाई के चलते काम सीमित रहा, लेकिन बुधवार से सिंगोली, जावद और रतनगढ़ सहित सभी तहसीलों में लंबित प्रकरणों के निराकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई। हड़ताल के दौरान नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, जाति और जन्म प्रमाण पत्र जैसे कार्य पूरी तरह ठप रहे।
केवल जावद क्षेत्र की तीनों तहसीलों में ही 300 से अधिक प्रकरण लंबित हो गए। सिंगोली तहसील के आवेदक हरिराम ने बताया कि उन्होंने दो महीने पहले नामांतरण के लिए आवेदन किया था, लेकिन हड़ताल के चलते काम अटका रहा। इस कारण कई ग्रामीणों और किसानों को आवश्यक दस्तावेजों के लिए बार-बार चक्कर काटने पड़े।
अधिकारियों ने अब लंबित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाना शुरू कर दिया है। किसानों और आम नागरिकों की समस्याओं के समाधान के लिए काम तेज़ी से किया जा रहा है। हड़ताल समाप्त होने से लोगों को बड़ी राहत मिली है और उम्मीद जताई जा रही है कि सभी रुके हुए कार्य शीघ्र पूरे होंगे।