नीमच। टाउनहाल नीमच में संत रविदास हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम की हस्तशिल्प मेला प्रदर्शनी लोगों को खुब रास आ रही है। दैनिक उपयोग की हस्त निर्मित सामग्री, स्वास्थ, सौंदर्य एवं दैनिक आवश्यकता को पूरा कर रही है। घर को रोशनी देने के साथ ही भगवान का पूजन और समृद्धि देने वाला अदभुत दीपक मेले की शोभा बढा रहा है। कलाकार ने मिटटी को तपाकर उसे सुंदर स्वरूप में ढालकर उपयोगी वस्तुओं का अंबार लगा दिया है।
दशहरा मैदान नीमच के टाउन हाल में 21 दिसंबर 2022 तक चलने वाली हस्तशिल्प मेला प्रदर्शनी में यूं, तो कई उत्पाद हस्तनिर्मित है, लेकिन मिट्टी अपनी तासीर से अपना प्रभाव बनाए हुए है। मेले में आए भोपाल के राजेश प्रजापति अपनी टेरोकोटा कला को प्रस्तुत कर रहे हैं। उनके पास एक विशेष दीपक है, जो एक बार तेल भर देने के बाद लगभग 12 घंटे तक जलता रहता है। इसकी बाती को हवा से बचाने के लिए भी इंतजाम किया गया है। दिए की लो जलती रहे, इसलिए कांच का कवर बनाया गया है। प्रजापति ने बताया,कि मिटटी के विशेष तौर से खाना बनाने के बर्तन भी उनकी स्टॉल की प्रमुख विशेषता है। खाना बनाने से लेकर खाना परोसने और खाने तक के बर्तन मिटटी के बने हैं। यह बर्तन बहुत ही सुंदर है। जिससे खाने और परोसने में आकर्षक लगे। इसके अलावा मिटटी के लेंप, गमले, झरने, झूले, झालर भी उपलब्ध है। जिससे घर की सजावट की जा सकती है। मेला प्रभारी दिलीप सोनी ने बताया, कि मेले में प्रदेश के कई शिल्पियों के बहुत अच्छे उत्पाद है। जिनमें सुंदर कारीगरी की गई है।कला-प्रेमियों के लिए यह मेला नीमच में 21 दिसंबर 2022 तक सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक निःशुल्क खुला है।