सिंगोली। साढ़े तीन साल के प्रशासनिक काल के बाद जुलाई 2022 में संपन्न नगरीय चुनाव के बाद सिंगोली की जनता को आस लगी थी कि अब नगर में विकास के पंख लगेंगे, कड़ी से कड़ी और ट्रिपल इंजन की सरकार होने का फायदा नगर की जनता को मिलेगा।
अब नगर पंचायत कार्यकाल को 6 माह बीतने के बाद नगर की जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है। आज नगर पंचायत सिंगोली की हालत यह हो गई है कि वह अपने रोजमर्रा के खर्चे भी नहीं चला पा रही है।
उक्त बात आम आदमी पार्टी के जावद विधानसभा प्रभारी सुधीर गांधी ने कहते हुए आगे बताया कि सिंगोली नगर पंचायत को छोड़कर जावद विधानसभा की अन्य सभी नगर पंचायतों में विकास के कुछ न कुछ काम चल रहे हैं लेकिन सिंगोली नगर पंचायत की हालत यह है कि उसने अभी तक एक विकास के नाम पर एक ईंट तो छोड़ो गड्ढा भी कहीं नहीं भरा है।
सुधीर गांधी ने कहा कि भाजपा कांग्रेस की पूर्ववर्ती नगर पंचायतों के वित्तीय अनियमितताओं एवं वर्तमान नगर पंचायत की वित्तीय मैनेजमेंट के अभाव के कारण आज हालात यहां तक हो गए हैं कि उसके पास कर्मचारियों को देने के लिए वेतन और स्ट्रीट लाइट का बिल भरने के लिए पैसे नहीं है और इसी दौरान उक्त नगर पंचायतों ने अब तक सिंगोली नगर पंचायत की जमीनों का एक-एक जर्रा बेच दिया है।
नगर पंचायत में काम करने वाले ठेकेदार और रोजमर्रा काम आने वाली सामग्री लाइट, टेंट, स्टेशनरी बैनर-पोस्टर आदि सप्लाई करने वाले दुकानदारों ने नगर पंचायत से उधारी मे काम करना बंद कर दिया है।
नाम नहीं छापने की शर्त पर ही नगर पंचायत के कुछ कर्मचारीयों ने बताया कि अगर उन्हें गुरुवार तक वेतन नहीं मिलता है तो वह हड़ताल पर चले जाएंगे।
अगर ऐसी स्थिति निर्मित होती है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी नगर पंचायत सिंगोली की होगी और आम आदमी पार्टी जावद सिंगोली नगर पंचायत के कर्मचारियों का हर स्तर पर समर्थन करेगी।