चित्तौड़गढ़। राम नाम सार हैं जपे तो बेड़ा पार हैं। मंदिर निर्माण सब कोलोनीवासियों की एकता का प्रतीक हैं। यह विचार महामंडलेश्वर चेतनदास महाराज ने सर्वेश्वर मंदिर के प्रथम पाटोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में आशिर्वचन देते हुए प्रकट किये। उन्होंने सर्वरक्षक हनुमान की प्रतिमा के समक्ष उपस्थित जन समुदाय के साथ हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। संतश्री के आगमन पर मंदिर समिति के पदाधिकारियों व अतिथियों ने शाल ओढाकर व दुपट्टा पहना कर स्वागत किया।
विशिष्ट अतिथि अनुजदास महाराज ने कहा कि विभिन्न समाजों में बंटा हिन्दू समाज अपने को सीमित मानता है, जबकि सभी समाज मिलकर एक संगठित विशाल हिन्दू समाज बन जाता हैं। सर्वेश्वर मंदिर समिति के संरक्षक लक्ष्मी नारायण डाड़ ने स्वागत उद्बोधन दिया। अध्यक्ष विनोद लढ़ा ने मंदिर निर्माण की रूपरेखा प्रस्तुत की व आभार अजय बनवार ने प्रकट किया। मंदिर पर कलश व ध्वजारोहण का लाभ अनिल सोनी ने लिया।
प्रेमसुख काबरा, गोविंद गदिया, हीरालाल वैष्णव, सत्यनारायण काबरा, रणवीरसिंह राठौड़, गोविंद काबरा, शरद सोनी, मुकेश काबरा, सत्यनारायण पुंगलिया, ओमप्रकाश काबरा, जयप्रकाश सिंघल, प्रदीप शर्मा, कमल बिलोची, आशीष आगाल, भूपेन्द्र काबरा, विजय माली, सुनिल काबरा, संदीप लढ़ा, अमित सोमानी सहित अनेक गणमान्य नागरिकों ने हवन पूर्णाहुति व पाटोत्सव मे भाग लिया।