कपासन। प्रख्यात सूफी संत हज़रत दीवाना शाह साहब रअ की दरगाह शरीफ पर शाबान माह की चाँद रात पर जायरीन उमडे। चाँद के दीदार कर बाबा हुजूर के गुम्बद को टक-टकी लगाये हुवे निहारते रहे।
दरगाह वक्फ कमेटी के सैक्रेट्री मोहम्मद यासीन खाँ अशरफी के अनुसार मंगलवार बाद नमाजे़ मगरिब के चाँद के दीदार होते ही लोग सफेद गुम्बद को निहारते रहे। दिन-भर फूल, इत्र, अगरबत्ती, चादर शरीफ पेश करने का सिलसिला चलता रहा। हाईवे से लेकर स्टेशन तक एवं दरगाह शरीफ के आगे पीछे गाडियो का जमावडा लगा रहा। लोग मिन्नत के धागे बाँधने, मिन्नत पूरी होने पर बच्चो को सूखे मेवे, गुड-खोपरे व फल-फ्रूट से तोलने, अहाता ए नूर के अन्दर महफिले मिलाद व महफिले समां का प्रोग्राम चलता रहा मेला ग्राउण्ड मे अस्थाई दुकाने लगी जहाँ खरीददारो की भीड उमड पडी।
दरगाह वक्फ कमेटी के सदस्य, कर्मचारी, अस्थाई सुरक्षा गार्ड, वाॅलिन्टियर्स अपने-अपने काम को अंजाम देते रहे। छाया-पानी का इंतजाम जायरीने दीवाना के लिए किया गया। बुलन्द दरवाजा, महफिल खाना, आस्ताना ए आलिया पर डेकोरेशन किया गया।