नीमच। प्रांतीय महिला स्व सहायता समूह महासंघ मध्य प्रदेश मध्यान भोजन सांझा चूल्हा रसोईया जिला नीमच के तत्वावधान में नीमच जिले की 800 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर सड़क पर टेंट लगाकर धरना बुधवार सुबह 11 से शाम 5 बजे तक प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के दौरान दोपहर 2 बजे करीब सभी महिलाएं सरकार विरोधी नारे लगाते हुए पीएम पोषण मध्यान भोजन सांझा चूल्हा रसोई मानदेय की 14 सूत्री मांगों के निराकरण एवं समस्या से संबंधित गगनभेदी नारेबाजी करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस अवसर पर आशा शर्मा ने हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन में उल्लेख कर बताया कि यदि शीघ्र ही समूह महिलाओं की मांगे मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पूरी नहीं की गई तो राजधानी भोपाल में अनिश्चितकालीन हड़ताल धरना प्रदर्शन और आंदोलन करने को मजबूर होंगे। जिसकी समस्त जवाबदारी मध्यप्रदेश शासन की होगा। 2 दिन से धरना प्रदर्शन चल रहा है लेकिन सरकार के विधायक मंत्री किसी ने भी आकर समस्या निराकरण के लिए सुनवाई नहीं की ना ही कोई प्रतिनिधि ने आकर वार्ता का प्रयास किया।
धरना स्थल पर महिलाओं ने हम अपना अधिकार मांगते नहीं किसी से भीख मांगते, 2000 में दम नहीं 9000 से कम नहीं, कम है पैसा कम है दाना कैसे दे बच्चों को खाना बच्चों से कोई बेर नहीं मामा तेरी खेर नहीं आदि गगनभेदी नारे लगाए और अपना आक्रोश राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। तेज धूप के बावजूद भी महिलाओं ने अपना आक्रोश प्रकट करते हुए नारेबाजी के साथ धरना दिया।
धरना प्रदर्शन स्थल पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया पहुंचे और उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से वार्ता की और उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं 14 सूत्री मांगों का समर्थन किया।का पत्र प्राप्त किया जिसे मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ को प्रेषित किया जाएगा और आगामी विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में शामिल करवाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजकुमार आहिर जिला युवक कांग्रेस के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह राठौड़ भी उपस्थित थे।
जिला पंचायत सदस्य मधु बंसल ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से धरना स्थल पर वार्ता की और उनकी समस्याओं को विस्तार से समझा और कहा कि कांग्रेस की सरकार बनती है तो उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा और उनकी मांगों पर समर्थन किया।श्रीमती बंसल ने कहा कि विगत 20 वर्षों से मध्य प्रदेश में सरकार से व्यापारी किसान शिक्षक पटवारी कर्मचारी सभी परेशान है।देश के घोषणा वीर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आम जनता तरसता है प्रदेश में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है महिला स्वयं सहायता को जो मजदूरी मिलती है वह बहुत कम है इनका मानदेय बढ़ना चाहिए इनकी आवाज को भोपाल तक पहुंचाया जाएगा।सत्ताधारी सरकार के विधायक मंत्री ने आकर अभी तक कोई सुध नहीं ली है इससे जाहिर होता है कि सरकार को महिलाओं के अधिकारों की चिंता नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती सरिता ओम प्रकाश बघेल के मार्गदर्शन में महिला स्वयं सहायता समूह संघ जिला नीमच के अध्यक्ष माया मनोहर बैरागी, सचिव पिंकी शर्मा प्रमिला चौहान, जिला उपाध्यक्ष श्रीमती सोना भरत प्रजापत,आदि ने धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सैकड़ों महिलाओं ने धरना प्रदर्शन में भाग लिया। स्वयं सहायता समूह की हड़ताल के कारण दूसरे दिन पूरे जेल जिले के विभिन्न केंद्र में बच्चों को भोजन नहीं मिला और ठेकेदार के माध्यम से बच्चों को सेव परमल का वितरण करवाया गया। नीमच जिले में 800 समूह कार्यरत है सभी समूह ने पत्र के माध्यम से संबंधित क्षेत्रीय बीआरसी को पत्र द्वारा सूचित कर दिया था कि वे हड़ताल पर रहेंगे उसके बावजूद भी जिला प्रशासन व्यवस्था करने में सफल नहीं हो सका।
यह है 14 सूत्रीप्रमुख मांगे-
हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि मनासा तहसील मई-जून 2020 का सत्तू वितरण की राशि का भुगतान अभी तक बाकी है इस समस्या का निराकरण भी नहीं किया गया। आंगनवाड़ी में बच्चों को नाश्ता बनाने की लागत राशि 2 पॉइंट 88 रु की जगह 5 रु किए जाए। भोजन 4 पॉइंट 82 रु की जगह 10 रु किया जाए।कुपोषित बच्चों को 3.85 रु पैसे की जगह 15 रु का मानदेय दिए जाने की मांग की गई। रसोईया को 500 रु प्रतिमाह दिया जाता है जिस को बढ़ाकर 5000 रु के प्रतिमान के मान से भुगतान करने की मांग की गई है। सांझा चुला राशि का भुगतान दो से तीन माह बाद दिया जाता है जिसको प्रतिमाह दिया जाए। प्राथमिक शाला में 100 ग्राम एवं माध्यमिक शाला में डेढ़ सौ ग्राम दिया जाता है जिसे बढ़ाकर प्राथमिक शाला में 200 ग्राम तथा माध्यमिक शाला में 300 ग्राम के मान से अनाज बढ़ाने की मांग की गई। 25 विद्यार्थियों के मान से गैस शासन की ओर से हर महीने उपलब्ध कराई जावे। प्राथमिक शाला में छात्रवृत्ति भोजन 5.45 रु पैसे के स्थान पर 10 रु हो प्रति विद्यार्थी 12 वर्षों में 2 पॉइंट 69 रुपए प्रारंभ है मात्र 2.76 रु की बढ़ोतरी हुई है । तथा ₹5लाख का निशुल्क बीमा कराने की मांग भी की गई। शालाओं में 3 वर्षों से साइकिल वितरण में गणवेश वितरण नहीं हुआ है नल जल योजना का कार्यक्रम संपादित नहीं किया गया है। नाले में टंकी की सफाई की गुणवत्ता की कमी के कारण अधिकांश जगह खराब हो गई है उसकी जांच होनी चाहिए।मध्यान भोजन पकाने हेतु कार्य ओं को पारिश्रमिक के रूप में 66 रु प्रतिदिन मजदूरी मिलती है जिसे बढ़ाकर मानदेय के रूप में 9000 रु प्रति माह करने की मांग की गई।सांझा चूल्हा समूह को वर्तमान में 60 प्रतिशत की दर से भुगतान किया जा रहा है जबकि केंद्र और राज्य सरकारों को 60प्रतिशत देती है और राज्य का बजट 40प्रतिशतकुल मिलाकर 100प्रतिशत, बजट से भुगतान किया जाना चाहिए।