मंदसौर। समाज सेवी अनामिका जैन जहां निराश्रित, विक्षिप्त, लावारिस, बे सहारा महिलाओं का सहारा बनी और उनका पालन पोषण करने वाली अनामिका जैन आज जब रेवास देवड़ा रोड स्थित वृद्धा आश्रम पहुंची तो आश्रय ग्रह के मैन गेट पर ताला लगा मिला। अन्दर जाने को बोला तब भी ताला नही खोला गया। ऐसी चिलचिलाती धूप में अनामिका जैन रोड पर ही बैठकर रोती बिलखती रही।
अनामिका जैन ने बताया कि कलेक्टर ने एक बिल्डिंग अलॉट किया था, जिसका लोकार्पण 19 अप्रैल को विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, नगर पालिका अध्यक्ष रमादेवी बंशीलाललाल गुर्जर एवं जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में किया गया था। इस बिल्डिंग में लावारिस विक्षिप्त महिलाएं आश्रय ग्रह संचालित करते हैं। बिल्डिंग के सामने गेट लगा है उस पर ताला लगा दिया। हमारे द्वारा आवाज लगाने पर भी अंदर से कोई बाहर नहीं आया और ना ही ताला खोला गया। मैंने कुछ लोगों को फोन किया हमारे राशन वाला सभ्यता मार्केट वाला आया उनको भी अंदर नहीं जाने दिया।
अनामिका ने बताया कि मैं यह आश्रय ग्रह जन भागीदारी जनसहयोग, और समाजसेवियों से चल रहा हैं। स्टाफ के द्वारा मेरे ऊपर कई बार आरोप भी लगाया गया में तो भीख मांगकर इन बेसहारा, विक्षिप्त, लावारिस महिलाओं का लालन पालन कर रही हूं। यहां तक कि उनके लेट बाथ तक की में सफाई करती हूं। रेड क्रॉस सोसायटी अध्यक्ष प्रीतेश चावला ने बताया कि 17 अप्रैल को हमारी प्रबन्ध समिति की बैठक थी वृद्धा आश्रम में दो मेन गेट है एक गेट हमेशा बंद रहता हैं अभी अनामिका फाउंडेशन को हमारे द्वारा एक बिल्डिंग अलॉट की गई थी। पूर्व में छोटे कमरे में थी अब बड़ी बिल्डिंग में हो गई है। वृद्धा, वात्सल्य धाम में सुरक्षा की दृष्टि से दो गेट खुले रखना अनुचित है यह निर्णय हमारी प्रबंध समिति ने लिया है।